नई जेनरेशन के एक्टर्स से परेशान करण जौहर, बोले- बॉक्स ऑफिस पर जीरो, फीस मांग रहे करोड़ों
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करण जौहर ने हम सभी 90 के दशक के बच्चों को कई एवरग्रीन फिल्में दी हैं. इसमें 'कुछ कुछ होता है', 'कभी खुशी कभी गम' और 'माय नेम इज खान' जैसी फिल्में शामिल हैं. इसके अलावा करण जौहर ने स्टार किड्स और न्यूकमर्स को भी इंडस्ट्री में अपने पैर जमाने का मौका दिया है.
फिल्म इंडस्ट्री में अगर टैलेंट की बात की जाए तो फिल्ममेकिंग में करण जौहर का नाम सबसे पहले सामने आता है. इन्होंने हमेशा खुद को अपने काम से प्रूव किया है. करण जौहर ने हम सभी 90 के दशक के बच्चों को कई एवरग्रीन फिल्में दी हैं. इसमें 'कुछ कुछ होता है', 'कभी खुशी कभी गम' और 'माय नेम इज खान' जैसी फिल्में शामिल हैं. इसके अलावा करण जौहर ने स्टार किड्स और न्यूकमर्स को भी इंडस्ट्री में अपने पैर जमाने का मौका दिया है. इसमें वरुण धवन, आलिया भट्ट, अनन्या पांडे, सिद्धार्थ मल्होत्रा और जाह्नवी कपूर जैसे नाम हैं.
16 जनवरी की सुबह- सुबह खबर आई कि मशहूर फिल्म अभिनेता सैफ अली खान पर घर के अंदर चाकू से हमला किया गया है. इस हमले के पीछे मकसद बताया गया चोरी का. हालांकि पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है और इन सबके बीच अब सैफ अस्पताल से डिस्चार्ज भी हो गए हैं. दूसरी ओर सैफ के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद से बयानबाजियां भी तेज होने लगी हैं. सैफ अली खान पर हमले पर सियासत भी जोरों से हो रही है. कल शिवसेना नेता संजय निरुपम ने सैफ के जल्दी फिट होने पर हैरानी जताई. अब फडणवीस सरकार में मंत्री नितेश राणे ने कहा कि - कहीं ये एक्टिंग तो नहीं .
छावा के ट्रेलर लॉन्च इवेंट पर रश्मिका इमोशनल हो गईं, उन्होंने विक्की की तो तारीफ की ही, साथ ही ये भी बताया कि उन्हें ये रोल कैसे मिला था. रश्मिका कुछ दिन पहले ही एक हादसे का शिकार हुई थी, उनकी एक टांग में फ्रैक्चर है. बावजूद इसके उन्होंने ट्रेलर लॉन्च इवेंट को अटेंड किया और ग्रेसफुली मीडिया से बात की.
सैफ अली खान की तेज रिकवरी ने राजनीतिक हलचल मचा दी है. लीलावती अस्पताल से महज 5 दिनों में डिस्चार्ज होने पर शिवसेना नेताओं ने सवाल उठाए हैं. संजय राउत और संजय निरुपम ने सैफ की फिटनेस पर शंका जताई है. ढाई इंच लंबे चाकू से हुए हमले के बाद इतनी जल्दी ठीक होने पर नेताओं ने इसे 'मेडिकल चमत्कार' करार दिया है.
सैफ अली खान की तेज़ रिकवरी ने राजनीतिक हलचल मचा दी है. लीलावती अस्पताल से महज 5 दिनों में डिस्चार्ज होने पर शिवसेना नेताओं ने सवाल उठाए हैं. संजय राउत और संजय निरुपम ने सैफ की फिटनेस पर शंका जताई है. ढाई इंच लंबे चाकू से हुए हमले के बाद इतनी जल्दी ठीक होने पर नेताओं ने इसे 'मेडिकल चमत्कार' करार दिया है. हालांकि, सैफ के हाथ और गर्दन पर अभी भी बैंडेज दिखाई दे रहे हैं. क्या वाकई में सैफ की रिकवरी इतनी तेज़ है या फिर कुछ और है सच्चाई?