ग्लोबल चुनौतियों के बीच भारत का शानदार प्रदर्शन, पहली तिमाही में 13.5% GDP ग्रोथ
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इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) के एक अनुमान की मानें तो 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.4 फीसदी रहने का अनुमान है. इस तरह भारत इस साल भी सबसे तेजी से वृद्धि करने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा. दूसरी ओर RBI ने कहा था कि जून तिमाही में भारत की जीडीपी 16.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ सकती है.
भले ही दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं मंदी (Global Recession) और महंगाई (Inflation) की मार से परेशान हों, भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) तमाम चुनौतियों के बाद भी तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है. बुधवार को जारी पहली तिमाही के जीडीपी के आधिकारिक आंकड़ों (June Quarter GDP Data) से तो इसी बात का साफ संकेत मिलता है. ताजा आंकड़ों के अनुसार, जून 2022 तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने 13.5 फीसदी की शानदार दर से वृद्धि की. तमाम अनुमान भी भारत से इसी तरह के आंकड़े की उम्मीद कर रहे थे.
मंदी की चपेट में बड़ी अर्थव्यवस्थाएं
भारत की अर्थव्यवस्था ने ये शानदार आंकड़े ऐसे समय दिया है, जब दुनिया की कई विकसित अर्थव्यवस्थाएं पस्त हो चुकी हैं. दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका की बात करें तो वह औपचारिक रूप से मंदी की चपेट में आ चुका है. जून तिमाही के दौरान अमेरिकी जीडीपी में 0.6 फीसदी की गिरावट आई. इससे पहले मार्च तिमाही में अमेरिकी इकोनॉमी का साइज 1.6 फीसदी कम हो गया था. अगर कोई इकोनॉमी लगातार दो तिमाही में गिरावट का शिकार होती है, तो कहा जाता है कि वह अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ चुकी है. ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था भी मंदी में गिरने की कगार पर है. जनवरी तिमाही में ब्रिटिश इकोनॉमी में 0.8 फीसदी की गिरावट आई थी. सभी मैक्रोइकोनॉमिक इंडिकेटर्स से जून तिमाही में भी जीडीपी में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं.
जुलाई में सुस्त पड़ा कोर सेक्टर
इससे पहले वित्त वर्ष 2021-22 (Q4FY22) की चौथी तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 4.1 फीसदी की दर से बढ़ा था. पूरे वित्त वर्ष की बात करें तो 2021-22 के दौरान जीडीपी की ग्रोथ रेट 8.7 फीसदी रही थी. नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) के आंकड़ों के अनुसार, जून 2022 तिमाही में भारतीय इकोनॉमी की ग्रोथ रेट 13.5 फीसदी रही. एनएसओ ने साथ ही यह भी बताया कि जुलाई महीने में कोर सेक्टर का आउटपुट सुस्त पड़ा है. साल भर पहले कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट 9.9 फीसदी रही थी, जो जुलाई 2022 में कम होकर 4.5 फीसदी पर आ गई.
4 महीने में इतना हुआ फिस्कल डेफिसिट
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