क्यों फटते हैं Smartphones और इस तरह के हादसों से कैसे बचें? जानें
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बिजनौर में रिपेयरिंग शॉप पर फोन में आग लग गई. ये पहला मौका नहीं है. समय समय पर मोबाइल फटने और आग लगने की रिपोर्ट्स आती रहती हैं. सवाल ये है कि फोन क्यों और कैसे फटते हैं. बचाव के लिए आप क्या कदम उठा सकते हैं. आग लगने की वजह बैटरी होती है जो Lithium ion की होती है. आइए जानते हैं प्रिवेंशन टिप्स.
Budget 2025 Highlights: बजट 2025 में वित्त मंत्री ने कई बड़े ऐलान किए हैं. निर्मला सीतारमण ने लिथियम आयन बैटरी और दूसरे मोबाइल कंपोनेंट्स पर ड्यूटी की कटौती की है, जिसकी वजह से स्मार्टफोन्स सस्ते होंगे. इसके अलावा स्मार्ट डिस्प्ले के ओपन पैनल्स पर भी ड्यूटी कम की गई है. आइए जानते हैं टेक्नोलॉजी सेक्टर में क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे लोकसभा में आम बजट पेश करेंगी. यह उनका लगातार आठवां बजट होगा. जाहिर है, इस बजट के आने से पहले देश की निगाहें टिकी हुई हैं कि इसके पिटारे में उनके लिए क्या होगा. मिडिल क्लास भी कई उम्मीदों और आशंकाओं से भरा हुआ है. सोशल मीडिया पर भी #Budget2025 ट्रेंड कर रहा है, जिसमें मिडिल क्लास की चिंताएं और दर्द झलक रहे हैं.
गुजरात राज्य कर्मचारी महामंडल का यह भी कहना है कि सरकार का यह फैसला बिना तार्किक आधार के और पब्लिक के पैसों का व्यय करने जैसा है. कर्मचारियों को अलग-अलग विभागों में जाना पड़ता है और इस सिस्टम के लागू होने से कर्मचारियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, विशेष रूप से फील्ड कर्मचारियों को. इसलिए, महामंडल ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम को लागू करने के बजाय मौजूदा अटेंडेंस सिस्टम को जारी रखा जाए.
अपने बेटे के लिए मां कुछ भी कर सकती है. वह न सिर्फ उसकी मुश्किलों का हल निकालती है, बल्कि ऐसा जुगाड़ भी तलाश ही लेती है, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता. जब बेटे को गरमा-गरम पराठा खाने का शौक हो, तो मां उसका भी तरीका निकाल लेती है. कनाडा की कड़ाके की ठंड हो, तापमान -22 डिग्री हो लेकिन मां के जुगाड़ के आगे कोई भी मौसम नहीं टिक सकता!
वात्सल्य ग्राम की संस्थापक दीदी मां साध्वी ऋतंभरा को समाजसेवा के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. साध्वी ऋतंभरा को राम मंदिर आंदोलन के लिए भी जाना जाता है. उन्होंने साल 2001 में वृंदावन में वात्सल्य ग्राम की स्थापना की थी, जिसमें अनाथ बच्चों का पालन-पोषण किया जाता है. देखें पद्म भूषण मिलने पर साध्वी ऋतंभरा ने क्या कहा.