कॉफी नहीं, अब कॉन्सर्ट डेट्स पर क्यों जाना पसंद करते हैं भारतीय सिंगल्स?
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भारत में डेटिंग का तरीका बदल रहा है. म्यूजिक इवेंट्स और कॉन्सर्ट्स भारतीय सिंगल्स के लिए आदर्श डेटिंग स्पॉट बन रहे हैं. सर्वे से पता चलता है कि म्यूजिक न सिर्फ मनोरंजन बल्कि एक लव कनेक्शन का माध्यम भी बनता जा रहा है.
भारत में डेटिंग अब सिर्फ राइट स्वाइप करना नहीं रह गया है. Gen-Z के इस नए ज़माने में रोमांस का फॉर्मूला अब म्यूजिक, शेयर्ड वाइब्स और रियल-वर्ल्ड कनेक्शन का एक मिक्सचर बन रहा है. एक डेटिंग एप द्वारा किए गए सर्वे में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. सर्वे की मानें तो अब 74 फीसदी भारतीय सिंगल्स कॉन्सर्ट को अपनी ड्रीम फर्स्ट डेट मानते हैं, जबकि 67 फीसदी कहते हैं कि लाइव म्यूजिक इवेंट्स से डेटिंग आसान होती है.
बीते कुछ सालों में देखा गया है कि भारत में कॉन्सर्ट कल्चर बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस कल्चर को बढ़ावा देने की अपील की. मसलन, कॉन्सर्ट अब सिर्फ बीट्स, फैंडम या कूल ड्रेस-अप तक ही सीमित नहीं रह गया है, बल्कि कॉन्सर्ट मैचमेकिंग के लिए सबसे बढ़िया हॉट्सपॉट बन रहे हैं.
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क्यों कॉन्सर्ट डेटिंग के लिए नया जरिया बन गए हैं?
अब तक आपको एहसास हो गया होगा कि बीते पांच सालों की तुलना में 2025 में डेटिंग्स काफी अलग होगी. आज डेटिंग का मतलब है मेमोरीज बनाना, और कुछ बेहतरीन अनुभव करना, जहां सिंगल्स का पपी योगा सेशन और पेंटिंग सेशन में जाना शामिल है. एक्टिविटी-बेस्ड डेटिंग्स भी सिंगल्स के कनेक्शन के तरीके को बदल रहा है, और इनमें म्यूजिक इवेंट्स की अहम भूमिका देखी जा रही है.
चाहे वह कोल्डप्ले के ए स्काई फुल ऑफ स्टार्स पर थिरकना हो या एड शीरन के साथ गाना हो, या शायद लोलापालूजा में इंडी टैलेंट हो, म्यूजिक इवेंट्स रोमांटिक स्पार्क्स के लिए आदर्श सेटिंग साबित हो रहे हैं.
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वात्सल्य ग्राम की संस्थापक दीदी मां साध्वी ऋतंभरा को समाजसेवा के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. साध्वी ऋतंभरा को राम मंदिर आंदोलन के लिए भी जाना जाता है. उन्होंने साल 2001 में वृंदावन में वात्सल्य ग्राम की स्थापना की थी, जिसमें अनाथ बच्चों का पालन-पोषण किया जाता है. देखें पद्म भूषण मिलने पर साध्वी ऋतंभरा ने क्या कहा.