कौन हैं Moqtada al-Sadr? इराक में सत्ता की जंग में कैसे सबसे पावरफुल चेहरा बनकर उभरे
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Who is Moqtada al-Sadr: शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया है, जिसके बाद इराक में हालात बिगड़ गए हैं. इराक में धर्मगुरु समर्थक और ईरान समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हो रहीं हैं. कई लोग मारे जा चुके हैं. 2003 में सद्दाम हुसैन की सरकार गिरने के बाद अल-सदर चर्चा में आए थे.
Who is Moqtada al-Sadr: इराक में हालात बिगड़ने लगे हैं. सोमवार को ताकतवर शिया मुस्लिम धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने राजनीति छोड़ने का ऐलान कर दिया. इसके बाद लोग सड़कों पर उतर आए. राजधानी बगदाद में धर्मगुरु समर्थक और ईरान समर्थित लोगों में झड़पें हुईं. इन हिंसक झड़पों में अब तक कइयों की मौत होने की बात कही जा रही है.
इराक में 10 महीनों से राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है. वहां न तो कोई स्थायी प्रधानमंत्री है और न ही कोई मंत्रिमंडल. ऐसे में सोमवार को जैसे ही धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने राजनीति छोड़ने का ऐलान किया, तो हालात और बिगड़ गए.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भीड़ ने राष्ट्रपति भवन और सरकारी इमारतों पर धावा बोल दिया है. बगदाद में ग्रीन जोन के पास धर्मगुरु समर्थक और ईरान समर्थकों ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी की. भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. ग्रीन जोन वही है जहां सभी देशों के दूतावास और बड़े अधिकारी रहते हैं. अमेरिका ने हेलिकॉप्टर के जरिए अपने अधिकारियों को वहां से निकाला.
जिसके लिए जंग, वो कौन है?
इराक में जारी इस जंग के पीछे मुक्तदा अल-सदर का राजनीति छोड़ने का ऐलान है. इससे उनके समर्थक नाराज हो गए हैं और सड़कों पर उतर आए हैं.
मुक्तदा अल-सदर प्रोमिनेंट सदर परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वो मूल रूप से लेबनान के जबाल अमेल के रहने वाले हैं. उनके पिता मोहम्मद सादेक अल-सदर सद्दाम हुसैन के धुर-विरोधियों में से एक रहे हैं.
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