'उद्धव ठाकरे के पांच विधायक एकनाथ शिंदे के संपर्क में...' शिवसेना विधायक उदय सामंत का बड़ा दावा
AajTak
उदय सामंत ने कहा, ' 5 विधायक एकनाथ शिंदे के संपर्क में हैं और वे शिंदे शिवसेना में शामिल होना चाहते हैं. हम इस पर बाद में फैसला लेंगे लेकिन यूबीटी के कुछ विधायक हैं जो हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं.. नतीजे घोषित होने के बाद इन विधायकों ने कल रात एकनाथ शिंदे जी से संपर्क किया.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलने के बाद महाविकास अघाडी की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. चुनाव में 20 सीटें जीतने वाली उद्धव ठाकरे की शिवसेना को अब एकनाथ शिंदे की शिवसेना से टेंशन मिल रही है.
रत्नागिरी सीट से शानदार जीत हासिल करने वाले शिवसेना (शिंदे) विधायक उदय सामंत ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि यूबीटी शिवसेना के 5 विधायक शिंदे सेना में शामिल होना चाहते हैं.
उदय सामंत ने कहा, ' 5 विधायक एकनाथ शिंदे के संपर्क में हैं और वे शिंदे शिवसेना में शामिल होना चाहते हैं. हम इस पर बाद में फैसला लेंगे लेकिन यूबीटी के कुछ विधायक हैं जो हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं.. नतीजे घोषित होने के बाद इन विधायकों ने कल रात एकनाथ शिंदे जी से संपर्क किया. उनका क्या करना है, कैसे शामिल करना है इस पर बाद में फैसला लिया जाएगा. अभी आज की बैठक में शिंदे जी को विधायक दल का नेता चुना गया है.'
एनसीपी के अनिल पाटिल ने भी किया था इसी तरह का दावा इससे पहले एनसीपी चीफ व्हिप अनिल पाटिल ने भी इसी तरह का दावा करते हुए कहा था कि महाविकास अघाड़ी (MVA) में अस्थिरता बनी हुई है और इनके पांच से छह विधायक अगले चार महीने में महायुति में शामिल हो सकते हैं.
महाराष्ट्र: हार के साथ ही MVA में बिखराव शुरू? 5 नए विधायक छोड़ सकते हैं पार्टी
पाटिल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर चुके एनसीपी (शरद पवार) कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के विधायक इस समय असमंजस की स्थिति में है. जिन विधायकों के हमारे साथ अच्छे संबंध हैं, उन्होंने महाविकास अघाड़ी की हार पर चिंता जताई है. अगर कोई विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास चाहता है तो उसका सत्ता पक्ष के साथ रहना अच्छा है.
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो चुकी है. कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष का आमना-सामना होना तय है. लेकिन पीएम मोदी ने सत्र की शुरुआत से पहले ही बयान में विपक्ष पर हमलों की बौछार कर दी है. पीएम ने संसद में हंगामे की प्रवृत्ति पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया. देखें 'एक और एक ग्यारह'.