बांग्लादेश में ISKCON के चिन्मय प्रभु गिरफ्तार, हिंदुओं को एकजुट कर अत्याचार के खिलाफ उठा रहे थे आवाज
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बांग्लादेश की पुलिस ने हिंदू साधू चिन्मय प्रभु को गिरफ्तार कर लिया है. बीते हफ्ते ही उन्होंने एक भाषण दिया था जिसमें अत्याचार के खिलाफ हिंदुओं को एकजुट होने की बात कही थी.
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार की खबरों के बीच चटगांव इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्णन दास (चिन्मय प्रभु) को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस्कॉन मंदिर की तरफ के बताया गया कि चिन्मय प्रभु को कथित तौर पर ढाका पुलिस की जासूसी शाखा के अधिकारियों ने ढाका हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया.
चिन्मय प्रभु शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर अपनी आवाज उठाते रहे हैं. शुक्रवार को ही उन्होंने रंगपुर में एक विशाल विरोध रैली को संबोधित किया था.
शेख हसीना के जाने के बाद से निशाने पर हैं बांग्लादेशी हिंदू
बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के कारण शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद से वहां रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदू निशाने पर हैं. छात्र आंदोलन के दौरान हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया था. बांग्लादेश के खुलना, मेहरपुर स्थित इस्कॉन मंदिर को भी निशाना बनाया था.
इस हमले को लेकर चिन्मय प्रभु ने हिंदू मंदिरों की सुरक्षा पर गहरी चिंता जताई थी. उन्होंने तब आजतक से बातचीत में कहा था, 'चटगांव में तीन मंदिर खतरे में हैं, लेकिन हिंदू समुदाय ने मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों के साथ मिलकर अब तक उन्हें बचाया है.'
उन्होंने दावा किया था कि हिंदू समुदाय चटगांव में पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन से मदद के लिए अनुरोध कर रहा है लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिल रहा.
यूपी के संभल में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की रविवार को पुलिस के साथ हिंसक झड़प हो गई. इसमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 20 सुरक्षाकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए. इस हिंसा के बाद प्रशासन ने 12वीं तक के स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया है. उपद्रवियों की पहचान की जा रही है.
संभल हिंसा के बीच जामा मस्जिद के शाही इमाम ने दावा किया है कि पुलिस ने गोली चलाई थी. उन्होंने ये भी कहा कि खुदाई की अफवाहों के चलते तनाव बढ़ा था. उन्होंने लोगों से अपने घरों में जाने की अपील की थी, फिर भी कुछ लोग वहां रहे थे. इमाम ने कहा कि पानी के आने के कारण लोगों में यह भ्रम पैदा हुआ कि मस्जिद में खुदाई हो रही है. पुलिस का कहना है कि वे ने गोली नहीं चलाई, लेकिन इमाम का कहना है कि पुलिस ने ही गोली चलाई थी. VIDEO