अमेरिका ने ब्रिटेन के साथ मिलकर लिया ये फैसला, इजरायल को फायदा, हमास को बड़ा नुकसान
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अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका ने ब्रिटेन के साथ मिलकर ऐसे लोगों और संगठनों पर बैन लगा दिया है, जो हमास और फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं. हम आतंक को पोषित करने वाले इन स्रोतों को नष्ट करने के लिए हमारे साझेदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे.
इजरायल और हमास जंग के बीच अमेरिका ने एक बड़ा ऐलान किया है. अमेरिका ने ब्रिटेन के साथ मिलकर हमास और फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले लोगों और संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है.
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका ने ब्रिटेन के साथ मिलकर ऐसे लोगों और संगठनों पर बैन लगा दिया है, जो हमास और फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं. हम आतंक को पोषित करने वाले इन स्रोतों को नष्ट करने के लिए हमारे साझेदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे.
सात अक्टूबर के बाद से अमेरिका का हमास पर तीसरा वार
अमेरिका ने सात अक्टूबर की घटना के बाद से हमास को निशाना बनाकर यह तीसरा बैन लगाया है. इससे पहले अमेरिका ने फिलिस्तीन के संगठन से जुड़े अकरम-अल-अजौरी को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया था. अजौरी अल-कुद्स ब्रिगेड की मिलिट्री विंग के नेता हैं. इसके अलावा अमेरिका ने हमास को मदद पहुंचाने वाले सात लोगों और दो संगठनों पर भी प्रतिबंध लगाया था.
7 अक्टूबर से जारी है जंग
सात अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमला कर दिया था. इसके तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था. इन दो हफ्तों की जंग में गाजा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गई है.
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.