Yes Bank Fraud Case: मुंबई-पुणे में CBI का एक्शन, अविनाश भोंसले और शाहिद बलवा के ठिकानों पर रेड
AajTak
यस बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई की जांच में नई दिशा में आगे बढ़ रही है. शनिवार को जांच एजेंसी ने विनोद गोयनका और शाहिद बलवा के ठिकानों पर छापा मारा और तलाशी ली है.
यस बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई की जांच में नई दिशा में आगे बढ़ रही है. शनिवार को जांच एजेंसी ने अविनाश भोंसले और शाहिद बलवा के ठिकानों पर छापा मारा और तलाशी ली है.
मुंबई-पुणे में 8 जगह तलाशी खबरों के मुताबिक सीबीआई ने मुंबई और पुणे में 8 जगहों पर छापा मारा है. सीबीआई शाहिद बलवा और अविनाश भोसले के ठिकानों पर तलाशी कर रही है. सीबीआई YES Bank - DHFL धोखाधड़ी मामले की जांच कर रही है और इसी सिलसिले में उसने ये छापा मारा है.
गिरफ्तार हो चुके हैं संजय छाबड़िया सीबीआई ने इस मामले में Radius Group के संजय छाबड़िया को गुरुवार को गिरफ्तार किया था. बाद में शुक्रवार को उन्हें सीबीआई की एक स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. छाबड़िया को 6 मई तक के लिए हिरासत में भेज दिया गया है. सीबीआई मामले में उनसे और पूछताछ कर रही है. छाबड़िया की कंपनी ने DHFL और Yes Bank से बड़ी मात्रा में लोन लिया था. सीबीआई ने इसी साल फरवरी में संजय छाबड़िया और रेडियस ग्रुप के मुंबई और पुणे के ठिकानों पर छापा मारा था.
इस मामले में अन्य आरोपियों में DHFL के प्रमोटर्स कपिल और धीरज वधावन अभी जेल में हैं. उनके खिलाफ यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर के साथ मिलकर कथित धोखाधड़ी के मामले की जांच चल रही है. राणा कपूर भी इस समय जेल में हैं.
ये है Yes Bank-DHFL Fraud मामला यस बैंक और डीएचएफएल धोखाधड़ी मामले में सीबीआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ED)भी जांच कर रही है. ये मामला यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर के अपने पद का गलत इस्तेमाल कर DHFL को फायदा पहुंचाने से जुड़ा है. साथ ही इसके बदले में राणा कपूर और उनके परिवार को निजी लाभ भी हुआ. दरअसल यस बैंक ने DHFL के डिबेंचर में करीब 3,700 करोड़ रुपये निवेश किया और बदले में राणा कपूर और उनके परिवार ने इसका निजी लाभ उठाया.
सीबीआई ने भी इस संबंध में मार्च 2020 में मामला दर्ज किया था. सीबीआई ने धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र का मामला दर्ज किया. साथ ही इस मामले में वह भ्रष्टाचार को लेकर भी जांच कर रही है.