US on Ukraine War: अमेरिका की किस नीति की वजह से रूस के सामने अब तक टिका है यूक्रेन?
AajTak
आपने देखा कि कैसे बाइडेन ने पोलैंड के दौरे में पुतिन को उकसाया था. उनके शब्दों ने वो काम किया जो यूक्रेन नहीं कर सका. बाइडेन की बातों से पुतिन नाराज हुए और यूक्रेन तबाह हो गया. लेकिन सवाल ये है कि रूस के इतने भयानक हमलों के बावजूद यूक्रेन जंग में कैसे टिका हुआ है. दुनिया का सबसे ज्यादा परमाणु हथियारों से लैस रूस यूक्रेन को झुका क्यों नहीं सका, इसका जवाब अमेरिकी नीति है, जिसने बिना लड़े ही रूस को अधमरा कर दिया है. एक तरफ रूस ने यूक्रेन में तबाही का कभी ना भूलने वाला मंज़र दिखाया है, तो वहीं इतनी तबाही के बावजूद यूक्रेन भी जंग में हथियार डालने को तैयार नहीं है, सवाल है क्यों?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.