UAE ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका! बदहाल अर्थव्यवस्था पर पड़ेगी मार
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पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में रेमिटेंस यानी विदेशों में रह रहे पाकिस्तानियों की तरफ से भेजे गए पैसे का बड़ा योगदान है. हाल के सालों में पाकिस्तान को रेमिटेंस से अरबों डॉलर का फायदा हुआ है. पाकिस्तान के रेमिटेंस में यूएई का हिस्सा बड़ा है और यूएई ने ही पाकिस्तान को बड़ा झटका दे दिया है.
खाड़ी के इस्लामिक देश संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है. यूएई के राजदूत फैसल नियाज तिर्मिजी ने कहा है कि देश में अकुशल पाकिस्तानी श्रमिकों के लिए नौकरी पाने के दिन खत्म होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि यूएई में हाई स्किल्ड पेशेवरों की मांग बढ़ रही है. ऐसे में यूएई को पाकिस्तान से आने वाले अकुशल श्रमिकों की जरूरत नहीं रह जाएगी.
गल्फ न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में राजदूत तिर्मिजी ने कहा, 'हमें अब यूएई के जॉब मार्केट के लिए एकाउंटेंट, आईटी पेशेवरों, बैंकरों, एआई एक्सपर्ट्स, डॉक्टरों, नर्सों और पायलटों को ट्रेनिंग देने की जरूरत है.'
राजदूत ने कहा कि यूएई में कुशल श्रमिकों की मांग लगातार बढ़ रही है और अगर पाकिस्तान अपने लोगों का कौशल बढ़ाने पर ध्यान देगा तभी उसके लोगों के लिए अवसर बनेंगे.
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में रेमिटेंस का योगदान
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में रेमिटेंस यानी विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानियों की तरफ से भेजे गए पैसे का बहुत योगदान है. साल 2023 में पाकिस्तान की जीडीपी में रेमिटेंस का योगदान लगभग 7.85% था.
यूएई में लाखों की संख्या में पाकिस्तानी रहते हैं. यूएई में भारतीयों के बाद सबसे बड़ा प्रवासी समूह पाकिस्तानियों का है. दिसंबर 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएई में 20.9 लाख पाकिस्तानी रह रहे हैं.
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