![ट्रंप को BRICS पसंद नहीं, पुतिन को QUAD... भारत कैसे बनाएगा इन दोनों के बीच बैलेंस?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202502/67a08cbf45d55-donald-trump--quad--brics-033033992-16x9.jpg)
ट्रंप को BRICS पसंद नहीं, पुतिन को QUAD... भारत कैसे बनाएगा इन दोनों के बीच बैलेंस?
AajTak
भारत एक तरफ चीन और रूस के साथ ब्रिक्स का सदस्य है तो दूसरी तरफ अमेरिका के साथ क्वाड का सदस्य भी है. ये दोनों ही गुट एक-दूसरे के विरोधी है लेकिन भारत इन दोनों का ही सदस्य है. भारत ने बड़ी ही चतुराई से दोनों गुटों के बीच संतुलन बना रखा है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत की सदस्यता वाले ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका) को लगातार टैरिफ की चेतावनी देते रहे हैं. हाल ही में उन्होंने कहा है कि अगर ब्रिक्स देश वैश्विक व्यापार के लिए डॉलर के बजाए किसी अन्य मुद्रा का इस्तेमाल करते हैं तो अमेरिका उनके खिलाफ 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा.
ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को टैरिफ की धमकी देते हुए कहा कि वो दिन चले गए जब ब्रिक्स देश डॉलर से दूरी बनाने की कोशिश करते थे और अमेरिका तमाशाबीन बना रहता था.
ट्रंप की यह धमकी ब्रिक्स के अन्य देशों की तरह ही भारत के लिए भी चिंता की बात है जो डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने की सोच रहा है. भारत अपनी मुद्रा रुपया के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए श्रीलंका, मलेशिया, रूस, सिंगापुर जैसे देशों के साथ रुपये में व्यापार की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है.
पिछले साल रूस के कजान शहर में आयोजित ब्रिक्स देशों की बैठक में रूसी राष्ट्रपति ने ब्रिक्स की एक नई करेंसी लाने पर जोर दिया था. अमेरिका ने इसे डॉलर के प्रभुत्व को कम करने की एक कोशिश की तरह देखा और तब से ही ट्रंप ब्रिक्स को टैरिफ की धमकी दे रहे हैं.
टैरिफ धमकी के बीच अमेरिका से कैसे बैलेंस बनाएगा भारत?
विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप की टैरिफ की धमकी के निशाने पर रूस और चीन खासकर चीन है जो अमेरिका का सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धी है. रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से रूस पर लगे प्रतिबंधों के कारण वो डॉलर में व्यापार नहीं कर पा रहा था. इसे देखते हुए चीन ने रूस से उसकी मुद्रा रूबल में ही तेल खरीदना शुरू कर दिया. चीन और रूस के बीच बाकी चीजों का व्यापार भी काफी बढ़ा है और इस व्यापार के लिए दोनों देश स्थानीय मुद्राओं में भुगतान करते हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250204183921.jpg)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाल ही में टैरिफ नीति को लेकर बैकफुट पर दिखाई दे रहे हैं. मेक्सिको और कनाडा के खिलाफ उनका सख्त रुख अब बदल चुका है, और उन्होंने इन देशों के नेताओं से बातचीत के बाद टैरिफ योजना को एक महीने के लिए टाल दिया है. इसी बीच, वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की तैयारी में हैं. यह बातचीत मंगलवार को फोन पर होनी है, लेकिन इसका एजेंडा अब तक साफ नहीं हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250204181138.jpg)
अमेरिका ने 205 अवैध भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट किया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने 15 लाख अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने का ऐलान किया है, जिसमें 18,000 भारतीय भी शामिल हैं. अमेरिका में कुल 7,25,000 भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं. भारत में भी रोहिंग्या मुसलमानों जैसे अवैध प्रवासियों की समस्या है, लेकिन उन्हें वापस भेजने में कई बाधाएं आती हैं. अमेरिका और भारत के बीच अवैध प्रवासियों से निपटने के तरीके में अंतर है.
![](/newspic/picid-1269750-20250204162602.jpg)
अवैध प्रवासियों के खिलाफ ट्रंप की सख्ती के बाद अमेरिका से 205 अवैध भारतीय प्रवासियों की वापसी हो रही है. अमेरिकी सेना का विमान आज भारत के लिए रवाना हुआ है. इसके भारत के अमृतसर में उतरने की संभावना है. ट्रंप प्रशासन के आने के बाद ये पहला विमान है जिसमें ऐसे भारतीय स्वदेश वापसी कर रहे हैं जो जिन्होंने अमेरिका में वैध तरीके से एंट्री नहीं ली थी.
![](/newspic/picid-1269750-20250204134652.jpg)
डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति पद पर वापसी से वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल की संभावना. चीन, कनाडा और मेक्सिको पर बढ़े टैरिफ से टैरिफ वॉर का खतरा. भारत को भी 'टैरिफ किंग' कहने वाले ट्रंप की नीतियों से भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है. भारत ने पहले ही विदेशी मोटरसाइकिल, कार और स्मार्टफोन पार्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाई. अमेरिका-भारत व्यापार में वृद्धि, लेकिन टैरिफ असंतुलन पर ट्रंप की नाराजगी जारी. व्यापार युद्ध से दोनों देशों की कंपनियों और उपभोक्ताओं को नुकसान की आशंका.
![](/newspic/picid-1269750-20250204120303.jpg)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी पैसा चाहता है तो उसे अमेरिका को दुर्लभ मृदा खनिज देने होंगे. ट्रंप इन्हीं खनिजों की वजह से ग्रीनलैंड को भी खरीदना चाहते हैं. अमेरिका इन खनिजों को चीन से आयात करता है लेकिन चीन ने अमेरिका को इनके आयात पर कड़े प्रतिबंध लगा रखे हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250204071124.jpg)
अवैध प्रवासियों पर ट्रंप के एक्शन की रडार अब इंडियन पर आ पहुंची हैं. ये वैसे इंडियन हैं जो अमेरिकी नियमों के अनुसार बिना कागज के, या आधे-अधूरे कागज के अमेरिका में रह रहे हैं. ऐसे 205 भारतीयों को लेकर अमेरिकी वायुसेना का विमान निकल चुका है. ट्रंप का ये कदम उनके सख्त चुनावी वायदों की दिशा में उठाया गया अहम कदम है.