300 अरब डॉलर के बदले यूक्रेन से ये चीज मांग रहे ट्रंप! जानें- ग्रीनलैंड पर क्यों गड़ा रखी है नजर
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी पैसा चाहता है तो उसे अमेरिका को दुर्लभ मृदा खनिज देने होंगे. ट्रंप इन्हीं खनिजों की वजह से ग्रीनलैंड को भी खरीदना चाहते हैं. अमेरिका इन खनिजों को चीन से आयात करता है लेकिन चीन ने अमेरिका को इनके आयात पर कड़े प्रतिबंध लगा रखे हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को साफ कह दिया कि अगर यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी मदद चाहता है तो बदले में उसे दुर्लभ मृदा खनिज (Rare Earth Materials) उपलब्ध कराए. व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के लगभग 300 अरब डॉलर की मदद के बदले में यूक्रेन से बराबरी की मदद चाहता है.
ट्रंप ने कहा, 'हम यूक्रेन को बता रहे हैं कि उनके पास बहुत कीमती दुर्लभ खनिज हैं. हम यूक्रेन के साथ एक ऐसा समझौता करना चाहते हैं, जिसमें हमारी मदद के बदले वो हमें अपनी दुर्लभ खनिज और बाकी चीजें दे.'
हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया कि ट्रंप रेयर अर्थ का इस्तेमाल सभी प्रकार के महत्वपूर्ण खनिजों के लिए कर रहे थे या सिफ रेयर अर्थ के लिए.
रणनीतिक रूप से बेहद अहम हैं दुर्लभ मृदा खनिज
दुर्लभ मृदा 17 धातुओं का एक समूह है जिसका इस्तेमाल चुंबक बनाने के लिए किया जाता है. इनसे बना चुंबक बिजली से चलने वाली गाड़ियों, सेलफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए बिजली को गति में बदल देते हैं.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने 50 खनिजों को महत्वपूर्ण माना है, जो देश की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हैं. इनमें कई प्रकार के दुर्लभ मृदा, निकेल और लिथियम शामिल हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाल ही में टैरिफ नीति को लेकर बैकफुट पर दिखाई दे रहे हैं. मेक्सिको और कनाडा के खिलाफ उनका सख्त रुख अब बदल चुका है, और उन्होंने इन देशों के नेताओं से बातचीत के बाद टैरिफ योजना को एक महीने के लिए टाल दिया है. इसी बीच, वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की तैयारी में हैं. यह बातचीत मंगलवार को फोन पर होनी है, लेकिन इसका एजेंडा अब तक साफ नहीं हुआ है.
अमेरिका ने 205 अवैध भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट किया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने 15 लाख अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने का ऐलान किया है, जिसमें 18,000 भारतीय भी शामिल हैं. अमेरिका में कुल 7,25,000 भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं. भारत में भी रोहिंग्या मुसलमानों जैसे अवैध प्रवासियों की समस्या है, लेकिन उन्हें वापस भेजने में कई बाधाएं आती हैं. अमेरिका और भारत के बीच अवैध प्रवासियों से निपटने के तरीके में अंतर है.
अवैध प्रवासियों के खिलाफ ट्रंप की सख्ती के बाद अमेरिका से 205 अवैध भारतीय प्रवासियों की वापसी हो रही है. अमेरिकी सेना का विमान आज भारत के लिए रवाना हुआ है. इसके भारत के अमृतसर में उतरने की संभावना है. ट्रंप प्रशासन के आने के बाद ये पहला विमान है जिसमें ऐसे भारतीय स्वदेश वापसी कर रहे हैं जो जिन्होंने अमेरिका में वैध तरीके से एंट्री नहीं ली थी.
डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति पद पर वापसी से वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल की संभावना. चीन, कनाडा और मेक्सिको पर बढ़े टैरिफ से टैरिफ वॉर का खतरा. भारत को भी 'टैरिफ किंग' कहने वाले ट्रंप की नीतियों से भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है. भारत ने पहले ही विदेशी मोटरसाइकिल, कार और स्मार्टफोन पार्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाई. अमेरिका-भारत व्यापार में वृद्धि, लेकिन टैरिफ असंतुलन पर ट्रंप की नाराजगी जारी. व्यापार युद्ध से दोनों देशों की कंपनियों और उपभोक्ताओं को नुकसान की आशंका.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी पैसा चाहता है तो उसे अमेरिका को दुर्लभ मृदा खनिज देने होंगे. ट्रंप इन्हीं खनिजों की वजह से ग्रीनलैंड को भी खरीदना चाहते हैं. अमेरिका इन खनिजों को चीन से आयात करता है लेकिन चीन ने अमेरिका को इनके आयात पर कड़े प्रतिबंध लगा रखे हैं.
अवैध प्रवासियों पर ट्रंप के एक्शन की रडार अब इंडियन पर आ पहुंची हैं. ये वैसे इंडियन हैं जो अमेरिकी नियमों के अनुसार बिना कागज के, या आधे-अधूरे कागज के अमेरिका में रह रहे हैं. ऐसे 205 भारतीयों को लेकर अमेरिकी वायुसेना का विमान निकल चुका है. ट्रंप का ये कदम उनके सख्त चुनावी वायदों की दिशा में उठाया गया अहम कदम है.