क्या चीन के खिलाफ भी टैरिफ पर लगाम लगाएंगे ट्रंप? अब शी जिनपिंग से करेंगे फोन पर बात
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाल ही में टैरिफ नीति को लेकर बैकफुट पर दिखाई दे रहे हैं. मेक्सिको और कनाडा के खिलाफ उनका सख्त रुख अब बदल चुका है, और उन्होंने इन देशों के नेताओं से बातचीत के बाद टैरिफ योजना को एक महीने के लिए टाल दिया है. इसी बीच, वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की तैयारी में हैं. यह बातचीत मंगलवार को फोन पर होनी है, लेकिन इसका एजेंडा अब तक साफ नहीं हुआ है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ को लेकर बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. मेक्सिको और कनाडा के खिलाफ उन्होंने अपना रुख बदल लिया है, और दोनों देशों के नेताओं से बात करके अपनी योजना को एक महीने के लिए टाल दिया है. अब वह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात करने वाले हैं, लेकिन दोनों नेताओं की बातचीत का एजेंडा अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन मंगलवार को फोन-कॉल शेड्यूल है.
डोनाल्ड ट्रंप के चीनी वस्तुओं पर टैरिफ थोपने के बाद शी जिनपिंग प्रशासन ने भी अमेरिका का जैसे-को-तैसा जवाब दिया है. मसलन, चीन ने भी अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया, और ऊर्जा, वाहनों और उपकरणों के इंपोर्ट पर टैक्स लगाने का फैसला किया है.
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मेक्सिको-कनाडा के खिलाफ ट्रंप का बदला रुख
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को मेक्सिको और कनाडा पर टैरिफ को एक महीने के लिए टाल दिया है, क्योंकि उन्होंने अमेरिका में फेंटेनाइल नाम के ड्रग्स की सप्लाई को रोकने के लिए कदम उठाने पर सहमति दी है. मसलन, अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि मेक्सिको-कनाडा की सीमाओं से अमेरिका में होने वाली ड्रग सप्लाई से हर साल हजारों अमेरिकी मारे जा रहे हैं, और वह इसे किसी भी हद तक जाकर रोकना चाहते हैं.
टैरिफ रोकने के सवाल पर क्या बोले ट्रंप के सलाहकार?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाल ही में टैरिफ नीति को लेकर बैकफुट पर दिखाई दे रहे हैं. मेक्सिको और कनाडा के खिलाफ उनका सख्त रुख अब बदल चुका है, और उन्होंने इन देशों के नेताओं से बातचीत के बाद टैरिफ योजना को एक महीने के लिए टाल दिया है. इसी बीच, वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की तैयारी में हैं. यह बातचीत मंगलवार को फोन पर होनी है, लेकिन इसका एजेंडा अब तक साफ नहीं हुआ है.
अमेरिका ने 205 अवैध भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट किया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने 15 लाख अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने का ऐलान किया है, जिसमें 18,000 भारतीय भी शामिल हैं. अमेरिका में कुल 7,25,000 भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं. भारत में भी रोहिंग्या मुसलमानों जैसे अवैध प्रवासियों की समस्या है, लेकिन उन्हें वापस भेजने में कई बाधाएं आती हैं. अमेरिका और भारत के बीच अवैध प्रवासियों से निपटने के तरीके में अंतर है.
अवैध प्रवासियों के खिलाफ ट्रंप की सख्ती के बाद अमेरिका से 205 अवैध भारतीय प्रवासियों की वापसी हो रही है. अमेरिकी सेना का विमान आज भारत के लिए रवाना हुआ है. इसके भारत के अमृतसर में उतरने की संभावना है. ट्रंप प्रशासन के आने के बाद ये पहला विमान है जिसमें ऐसे भारतीय स्वदेश वापसी कर रहे हैं जो जिन्होंने अमेरिका में वैध तरीके से एंट्री नहीं ली थी.
डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति पद पर वापसी से वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल की संभावना. चीन, कनाडा और मेक्सिको पर बढ़े टैरिफ से टैरिफ वॉर का खतरा. भारत को भी 'टैरिफ किंग' कहने वाले ट्रंप की नीतियों से भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है. भारत ने पहले ही विदेशी मोटरसाइकिल, कार और स्मार्टफोन पार्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाई. अमेरिका-भारत व्यापार में वृद्धि, लेकिन टैरिफ असंतुलन पर ट्रंप की नाराजगी जारी. व्यापार युद्ध से दोनों देशों की कंपनियों और उपभोक्ताओं को नुकसान की आशंका.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी पैसा चाहता है तो उसे अमेरिका को दुर्लभ मृदा खनिज देने होंगे. ट्रंप इन्हीं खनिजों की वजह से ग्रीनलैंड को भी खरीदना चाहते हैं. अमेरिका इन खनिजों को चीन से आयात करता है लेकिन चीन ने अमेरिका को इनके आयात पर कड़े प्रतिबंध लगा रखे हैं.
अवैध प्रवासियों पर ट्रंप के एक्शन की रडार अब इंडियन पर आ पहुंची हैं. ये वैसे इंडियन हैं जो अमेरिकी नियमों के अनुसार बिना कागज के, या आधे-अधूरे कागज के अमेरिका में रह रहे हैं. ऐसे 205 भारतीयों को लेकर अमेरिकी वायुसेना का विमान निकल चुका है. ट्रंप का ये कदम उनके सख्त चुनावी वायदों की दिशा में उठाया गया अहम कदम है.