SEBI Circular: आप भी लगाते हैं IPO में पैसे, 1 मई से बदल जाएंगे नियम
AajTak
अगर आप किसी कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी की आईपीओ (IPO) में निवेश करना चाहते हैं, तो ये बदला हुआ नियम जरूर जान लीजिए. सेबी के इस नए नियम का फायदा रिटेल इन्वेस्टर्स को मिलने जा रहा है...
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने आईपीओ (IPO) में पैसा लगाने वाले रिटेल इंवेस्टर्स को एक बड़ा तोहफा दिया है. इससे जुड़े नियमों में एक बड़ा बदलाव किया है जो छोटे निवेशकों के लिए बड़ा फायदेमंद साबित हो सकता है.
बढ़ी UPI से पेमेंट की लिमिट अगर आप रिटेल इंवेस्टर हैं और किसी कंपनी के आईपीओ में निवेश करने के लिए UPI से पेमेंट करते हैं. तो सेबी के नए नियम के हिसाब से अब आप 5 लाख रुपये तक की बिड सबमिट कर सकते हैं. अभी ये लिमिट 2 लाख रुपये की है. ये नई लिमिट 1 मई के बाद आने वाले सभी आईपीओ के लिए मान्य होगी.
बिजनेस टुडे ने सेबी के एक सर्कुलर (Sebi Circular about IPO Rules) के हवाले से इस बारे में खबर दी है. SEBI के सर्कुलर में कहा गया है, "...ये निर्णय किया गया है कि आईपीओ के लिए बोली लगाने वाले सभी रिटेल इंवेस्टर्स को पांच लाख रुपये तक की बोली लगाने के लिए यूपीआई (UPI Payment) का इस्तेमाल करना चाहिए. इसी के साथ वो अपने आवेदन (बिड-कम-एप्लीकेशन) फॉर्म में अपनी यूपीआई आईडी भी दे सकते हैं.’
NPCI बढ़ा चुकी है लिमिट
सेबी का ये फैसला NPCI के UPI Payment ट्रांजैक्शन के नियम बदलने के करीब 4 महीने बाद आया है. National Payment Corporation of India (NPCI) ने यूपीआई से प्रति ट्रांजेक्शन की लिमिट को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था. जबकि SEBI ने आईपीओ में निवेश के लिए यूपीआई से पेमेंट करने की अनुमति नवंबर 2018 में ही दे दी थी, जो 1 जुलाई 2019 से प्रभावी है.
हालांकि सेबी के मंगलवार को आए सर्कुलर में साफ किया गया है कि NPCI ने इस नई व्यवस्था के लिए सिस्टम के रेडी होने की समीक्षा कर ली है. वहीं 80% इंटरमीडियरी के नए नियमों के हिसाब से बदलाव करने की पुष्टि भी की है.
Redmi A4 5G Price in India: शाओमी ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है, जो ब्रांड का सबसे सस्ता 5G फोन है. कंपनी ने Redmi A4 5G को लॉन्च किया है, दो दमदार फीचर्स के साथ 9 हजार रुपये से कम के बजट में आता है. इसमें 50MP के मेन लेंस वाला डुअल रियर कैमरा और 5160mAh की बैटरी दी गई है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
बीते कुछ सालों में, Artificial Intelligence ने कई sectors को revolutionize कर दिया है, और education field पर भी इसका बड़ा असर हुआ है. AI-powered technologies के development के साथ, हमारे सीखने और सिखाने के तरीके में बड़ा transformation हो रहा है. India में, जहां education system vast और diverse है, AI, students के education पाने के तरीके को नया रूप देने में बड़ा रोल निभा सकता है. आइए जानते हैं कि AI teachers भारत में education system को कैसे बदल सकते हैं, और इस बदलाव का students, teachers और पूरे देश पर क्या असर हो सकता है.
यदि आपका बच्चा पढ़ना-लिखना पसंद नहीं करता है तो ज्योतिषी प्रवीण मिश्र के उपाय का पालन कर इसे दूर कर सकते हैं. भगवान कृष्ण को मिसरी और तुलसी दल का भोग लगाकर प्रतिदिन बच्चे को खिलाएं. बच्चे के पढ़ाई के स्थान पर हरे रंग की चीजें ज्यादा रखें. बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें. घी का दीपक जला कर आरती करें. भगवान गणेश से प्रार्थना करें.
जेेएनयू के टीचर्स एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि इससे पहले भी TISS ने मुंबई में इसी तरह की एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें प्रो. पंडित ने हिस्सा लिया था. हालांकि, पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और यह आरोप है कि सेमिनार में दी गई प्रस्तुतियों का इस्तेमाल कुछ राजनीतिक संगठनों ने प्रवासन के पैटर्न को 'अवैध' साबित करने के लिए किया.