![Rahul Gandhi ने फिर बोला RSS पर हमला, कहा- संघ 'परिवार' नहीं, मिथ्या विचार है](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/03/25/791813-rahul-gandhi.jpg)
Rahul Gandhi ने फिर बोला RSS पर हमला, कहा- संघ 'परिवार' नहीं, मिथ्या विचार है
Zee News
बीजेपी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पूरी तरह हमलावर हैं. उन्होंने कहा कि वे RSS को 'संघ परिवार' नहीं मानते.
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर गुरुवार को एक बार फिर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि भगवा संगठन और उससे जुड़े समूहों को 'संघ परिवार' (Sangh Parivar) कहना सही नहीं है, यह एक मिथ्या विचार है. मेरा मानना है कि RSS व सम्बंधित संगठन को संघ परिवार कहना सही नहीं- परिवार में महिलाएँ होती हैं, बुजुर्गों के लिए सम्मान होता, करुणा और स्नेह की भावना होती है- जो RSS में नहीं है। केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्विटर पर कहा, 'मेरा मानना है कि आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों को संघ परिवार कहना सही नहीं है. एक परिवार में महिलाएं, बड़ों के प्रति सम्मान, दया और स्नेह होता है लेकिन RSS के पास इनमें से कुछ भी नहीं है. इसलिए अब उन्होंने फैसला किया है कि वे RSS और उससे जुड़े संगठनों को 'संघ परिवार' (Sangh Parivar) नहीं कहेंगे.' अब RSS को संघ परिवार नहीं कहूँगा!![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250210134438.jpg)
Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.