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NEET पेपर लीक में बड़ा अपडेट: लातूर पुलिस ने CBI को सौंपा नीट केस, दो टीचर्स समेत चार आरोपियों से करेगी पूछताछ
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सीबीआई की टीम जल्द ही लातूर में नीट पेपर लीक मामले में पकड़े के दो शिक्षकों समेत चार लोगों से पूछताछ कर सकती है. दोनों टीचर्स के मोबाइल फोन की गैलरी में विभिन्न परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड की सॉफ्ट कॉपी. परीक्षार्थियों के बारे में कई व्हाट्सएप चैट और पैसे के लेनदेन की डिटेल्स मिली थी.
NEET UG 2024 Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) की टीम अब महाराष्ट्र के लातूर जाने वाली है. लातूर पुलिस की SIT सीबीआई को नीट पेपर लीक केस ट्रांसफर कर दिया है. सीबीआई एक या दो दिन में लातूर नीट पेपर लीक केस में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर सकती है.
महाराष्ट्र पुलिस की एटीएस को 21 जून को नीट परीक्षा घोटाले में जिला परिषद स्कूल के शिक्षकों की संलिप्तता के बारे में सूचना मिली थी. सूचना पर कार्रवाई करते हुए लातूर के टाकली स्थित जिला परिषद स्कूल के शिक्षक संजय तुकाराम जाधव (40) और लातूर के कटपुर स्थित जिला परिषद स्कूल के प्रधानाध्यापक जलीलखाम पठान (34) को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. दोनों के मोबाइल फोन चेक किए गए तो उनमें संदिग्ध डिटेल्स मिली थी, जिनके बिनाह पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था. लातूर पुलिस की एसआईटी अब यह केस सीबीआई को सौंपेगी, जो पहले ही नीट पेपर लीक मामले में बिहार, झारखंड और गुजरात के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमार रही है.
कई परीक्षाओं में सेंधमारी कर चुके हैं आरोपी
इंडिया टुडे टीवी द्वारा एक्सेस की गई एफआईआर में बताया गया है कि, "एटीएस नांदेड़ यूनिट के एक अधिकारी द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, जाधव और पठान कथित तौर पर पैसे लेकर सरकारी और सरकार अधिकृत परीक्षाओं में गड़बड़ी करके परीक्षा पास कराने का रैकेट चला रहे थे. इसके बाद इस जानकारी को वरिष्ठों के साथ शेयर किया गया और आगे की जांच के लिए एक टीम लातूर के लिए रवाना हुई. वहां पहुंचकर जाधव और पठान को एटीएस अधिकारियों ने लातूर के स्थानीय अपराध शाखा कार्यालय में बुलाया.
मोबाइल फोन से खुली पोल, परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड, चैट्स और लेनदेन की डिटेल्स
एफआईआर में आगे कहा गया है कि "दोनों संदिग्धों को संवेदनशील संज्ञेय अपराध के सत्यापन और ज्ञात पते से प्रारंभिक जांच के लिए लातूर पुलिस बल के तहत स्थानीय अपराध शाखा के कार्यालय में आने के लिए कहा गया था. जब दोनों को पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी की पुष्टि करने के लिए अपने मोबाइल फोन को स्क्रॉल करने का निर्देश दिया गया, तो अधिकारियों को उनके फोन गैलरी में विभिन्न परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड की प्रतियां मिलीं. इसके साथ ही, परीक्षार्थियों के बारे में कई व्हाट्सएप चैट थे. आरोपी जलीलखम पठान ने संजय जाधव नामक आरोपी को कुछ एडमिट कार्ड की प्रतियां और टेक्स्ट मैसेज और पैसों के लेन देन के बारे में कुछ भेजा हुआ था.