NEET गोधरा धांधली केस: स्कूल प्रिंसिपल समेत 4 की CBI रिमांड मंजूर, जानें हर एक की क्या थी भूमिका
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आज सीबीआई की अलग-अलग टीम ने गुजरात मे 7 जगहों पर सर्च ऑपरेशन किया था. तलाशी उन लोगों के ठिकानों पर की गई जो साजिश का हिस्सा थे. इनमें गोधरा, खेड़ा, आनंद, और अहमदाबाद शामिल हैं. सीबीआई ने कोर्ट से चार आरोपियों की रिमांड मांगने के लिए अर्जी डाली थी, जिसे मंजूरी दे दी गई.
NEET Scam: गोधरा में नीट परीक्षा धांधली मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) चार आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी. आज सीबीआई की अर्जी पर कोर्ट ने चार आरोपियों की चार दिन की रिमांड मंजूर कर दी है. इनमें आरोपी तुषार भट्ट, विभोर आनंद, आरिफ वोरा और पुरुषोत्तम शर्मा शामिल हैं. आरोपियों के सीबीआई हिरासत में आने के बाद गहन पूछताछ में बड़े खुलासे हो सकते हैं.
आज ही सीबीआई की अलग अलग टीम ने गुजरात मे 7 जगहों पर सर्च ऑपरेशन किया था. तलाशी उन लोगों के ठिकानों पर की गई जो साजिश का हिस्सा थे. इनमें गोधरा, खेड़ा, आनंद, और अहमदाबाद शामिल हैं. सीबीआई ने कोर्ट से चार आरोपियों की रिमांड मांगने के लिए अर्जी डाली थी, जिसे मंजूरी दे दी गई. 2 जुलाई शाम 4.30 बजे तक चारों आरोपियों की रिमांड मंजूर मिली है.
नीट धांधली में मध्यस्थ था आरिफ वोहरा गोधरा में नकल के आरोप के बाद गुजरात पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें तुषार भट्ट, रॉय, पुरुषोत्तम शर्मा, शिक्षा सलाहकार विभोर आनंद और स्कूल शिक्षकों से जुड़े मध्यस्थ आरिफ वोहरा का नाम शामिल है. सीबीआई को रॉय को छोड़कर चारों आरोपियों की रिमांड मिली है.
जय जलाराम स्कूल का प्रिंसिपल है पुरुषोत्तम शर्मा, तुषार भट्ट टीचर दरअसल, पुरुषोत्तम शर्मा गोधरा के उसी जय जलाराम स्कूल में प्रिंसिपल और तुषार भट्ट टीचर हैं, जहां नीट परीक्षा में गड़बड़ी की जानकारी मिली थी. पुलिस के मुताबिक फिजिक्स टीचर तुषार भट्ट को नीट-यूजी परीक्षा केंद्र में उपाधीक्षक बनाया गया था. ये स्कूल परवाडी गांव है.
तुषार भट्ट सॉल्व करना था पेपर, 10-10 लाख रुपये में हुई थी डील परीक्षा के दिन (5 मई 2024) जिला अतिरिक्त कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों की एक टीम स्कूल पहुंची और भट्ट से पूछताछ की. जब उसके मोबाइल फोन की जांच की तो 16 परीक्षार्थियों के नाम, रोल नंबर और उनके परीक्षा केंद्रों की एक सूची मिली. ये सूची सह आरोपी रॉय द्वारा भट्ट के व्हाट्सएप नंबर पर भेजी गई थी. सूची के बारे में पूछे जाने पर भट्ट ने कहा कि ये वे उम्मीदवार हैं, जिन्हें उनके केंद्र पर नीट परीक्षा देनी है. जिला शिक्षा अधिकारी किरीट पटेल ने जानकारी दी थी कि तुषार भट्ट ने कबूल किया है कि परीक्षार्थियों के प्रश्नपत्र हल करने के लिए उन्हें 10-10 लाख रुपये देने का वादा किया गया है.
तुषार भट्ट की कार से बरामद हुए थे 7 लाख रुपये, आरिफ वोरा ने की थी सेटिंग जांच के दौरान तुषार भट्ट की कार से 7 लाख रुपये नकद बरामद किए गए थे. ये पैसे आरिफ वोरा ने उन्हें एक परीक्षार्थी को मेरिट सूची में लाने में मदद करने के लिए अग्रिम भुगतान के रूप में दिए थे. आरोपियों और कुछ नीट-यूजी परीक्षार्थी के बीच बड़ी डील भी हुई थी. परीक्षार्थियों को उन प्रश्नों को खाली छोड़ने के लिए कहा गया था, जिनके उत्तर वे नहीं जानते थे. जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर गोधरा तालुका पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी.
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