
Myanmar earthquake: एक ओर भूकंप की मार, ऊपर से एयरस्ट्राइक का प्रहार... कैसे म्यांमार में अधर में हैं जिंदगियां?
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म्यांमार में वर्तमान में सैन्य शासन है, जिसे म्यांमार की सेना (जुंटा) नियंत्रित करती है. 1 फरवरी, 2021 को हुए तख्तापलट के बाद, सेना ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अपदस्थ कर सत्ता पर कब्जा कर लिया. 28 मार्च को आए भूकंप के बावजूद सत्तारूढ़ म्यांमार आर्मी विद्रोही गुटों पर हमला कर रही है.
भूकंप की चपेट में आई म्यांमार की जनता पर अभी दोहरी मार पड़ रही है. विनाशकारी भूकंप के बावजूद म्यांमार की सेना विद्रोही गुटों पर हमले कर रही है. एक विद्रोही गुट का दावा है कि भूकंप के तुरंत बाद एयरस्ट्राइक में उसके 7 लड़ाके मारे गए हैं. म्यांमार की सेना ने गृह युद्ध से जूझ रहे देश में विद्रोहियों पर बढ़त हासिल करने के लिए भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के बीच भी हवाई हमलों का सहारा लिया है.
म्यांमार में शुक्रवार को आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 2600 पार कर गई है. इसके अलावा 7.7 की तीव्रता वाले भूकंप से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कहा कि म्यांमार की सबसे पुरानी विद्रोही नस्लीय सेनाओं में से एक करेन नेशनल यूनियन ने एक बयान में कहा कि सेना "नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाकर हवाई हमले जारी रखे हुए है, जबकि आबादी भूकंप से काफी पीड़ित है."
रेस्क्यू के बजाय अपने लोगों पर आर्मी तैनात
इस ग्रुप ने कहा कि सामान्य परिस्थितियों में सेना राहत प्रयासों को प्राथमिकता देती, लेकिन इसके बजाय वह "अपने लोगों पर हमला करने के लिए सेना तैनात करने" पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
राहत एजेंसियों के मुताबिक सेना की बमबारी की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी हो रही है. म्यांमार में अभी भी सैकड़ों लोग इमारतों के मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं.

आंदोलन समूह जनरल कोऑर्डिनेशन ऑफ डिस्प्लेस्ड पर्सन्स एंड रिफ्यूजीज ने बताया कि हमले गुरुवार से शुरू हुए और शनिवार तक जारी रहे. इन हमलों में आवासीय क्षेत्रों, बाजारों और स्वास्थ्य केंद्रों को भी निशाना बनाया गया, जिससे सैकड़ों लोग मारे गए या घायल हुए, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.

इमिग्रेशन जज जेमी ई. कोमन्स ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी के छात्र महमूद खलील को डिर्पोटेशन को मंजूरी दे दी है. उन्होंने फैसला सुनाते हुए कहा, 'अमेरिकी सरकार ने स्पष्ट और ठोस सबूत दिए हैं कि देश में खलील की मौजूदगी संभावित रूप से गंभीर विदेश नीति परिणाम पैदा कर सकती है, जो निष्कासन के लिए कानूनी सीमा को पूरा करती है.'