
Mahakumbh Stampede: रात 10 बजे से बढ़ने लगी थी भीड़, बैरिकेडिंग के किनारे... संगम नोज पर भगदड़ की पूरी TIME LINE
AajTak
Mahakumbh Mela Stampede: प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना ने पूरे देश को हैरान कर दिया है. ऐसे में लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इतनी कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच भगदड़ कैसे मची. अब इस हादसे की पूरी जानकारी सामने आ गई है. आइए आपको TIME LINE के जरिए सब समझाते हैं...
पिछले 17 दिनों (13 जनवरी) से जारी प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार (28 जनवरी) देर रात अचानक भगदड़ मच गई. हादसा तब हुआ, जब तीर्थ क्षेत्र में मौजूद लोग संगम नोज की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थे. अचानक भगदड़ मचने से लोग हड़बड़ाकर भागने लगे, इस दौड़-भाग में जो गिरा वो फिर लंबे समय तक उठ नहीं पाया.
भीड़ लोगों को रौंदती रही और इस दौरान गिरने वाले लोग भीड़ की चपेट में आते रहे. हादसे के दौरान संगम नोज के पास चीख-पुकार मच गई. बताया जा रहा है कि इस भगदड़ में 10 से ज्यादा लोगों की मौत होने की आशंका है. आइए आपको TIME LINE के जरिए समझाते हैं कि कब-कब क्या हुआ.
ये भी पढ़ें: महाकुंभ हादसा: जब फंस जाएं भारी भीड़ में तो अपनाएं ये सर्वाइवल टेक्निक!
भगदड़ की पूरी TIME LINE
> रात 10 बजे से ही संगम पर लोगों की भीड़ पहुंचने लगी थी. प्रशासन चाहता था कि लोग आए स्नान करें और जाएं. लेकिन लोगों अमृत स्नान के चक्कर में लोग इकट्ठा होते चले गए. मौनी अमावस्या के पर्व पर अमृत स्नान के लिए हर कोई संगम नोज पर ही डुबकी लगाना चाहता था.
> लोगों की भीड़ बढ़ने लगी. जो लोग मौनी अमावस्या पर ही स्नान करने के लिए आए थे, वे बैरिकेडिंग के किनारे पॉलिथीन बिछाकर लेटे हुए थे.

संसद में आज पीएम मोदी महाकुंभ पर बोलते हैं. कहते हैं कि एकता का अमृत महाकुंभ का पवित्र प्रसाद है. एकता के प्रसाद वाले बयान से चंद घंटे पहले नागपुर में हिंसा होती है. वो नागपुर जहां से खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री आते हैं, जहां RSS का मुख्यालय है. उसी नागपुर में अचानक हिंसा क्यों भड़की? देखें 10 तक.

नागपुर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर शुरू हुआ विवाद हिंसा में बदल गया. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रदर्शन के दौरान अफवाह फैलने के बाद 2 घंटे तक आगजनी और पथराव हुआ. पुलिस वाहनों को निशाना बनाया गया. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे सुनियोजित साजिश बताया और कहा कि किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.

मोहाली में एक मोमोज फैक्टरी पर पुलिस ने छापा मारा और चौंकाने वाला खुलासा हुआ. फैक्टरी की रसोई में कुत्ते का कटा हुआ सिर, सड़ा हुआ चिकन और पुरानी सड़ी सब्जियां मिलीं. इन सामग्रियों का इस्तेमाल मोमोज, स्प्रिंग रोल्स, मंचूरियन, चिकन फ्राइड राइस और चाउमीन बनाने में किया जा रहा था. फैक्टरी रोजाना 20,000 मोमोज बना रही थी.