
मुस्कान के बचपन का प्यार था साहिल... आठवीं तक पढ़े साथ , सौरभ से लव मैरिज के बाद व्हाट्सएप ग्रुप में हुई दोनों की मुलाकात
AajTak
Meerut News: मुस्कान और साहिल के बीच रिश्ता अचानक नहीं बना था. यह पुरानी मोहब्बत थी. साहिल और मुस्कान बचपन से एक-दूसरे को जानते थे. दोनों ने कक्षा आठ तक साथ पढ़ाई की थी. बाद में स्कूल के पुराने दोस्तों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया. इसमें मुस्कान और साहिल भी जुड़े और यहीं से उनकी बातचीत फिर से शुरू हुई. दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि मुस्कान ने अपने पति को ही रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली.
मेरठ के ब्रह्मपुरी इलाके में हुए सौरभ हत्याकांड में एक के बाद एक कई राज खुलते जा रहे है. पहले चर्चा थी कि साहिल, मुस्कान की जिंदगी में उसकी शादी के बाद आया. लव मैरिज के बाद भी किसी अजनबी से अफेयर हुआ और फिर प्रेमी के साथ मिलकर पति को मार डाला गया. लेकिन हकीकत कुछ और ही निकली.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुस्कान और साहिल का रिश्ता नया नहीं था. दोनों बचपन से एक-दूसरे को जानते थे, साथ खेले, साथ पढ़े. ब्रह्मपुरी स्थित विवेकानंद स्कूल में दोनों आठवीं तक साथ पढ़ चुके थे. फिर स्कूल बदल गए, रास्ते अलग हो गए, और दोनों की जिंदगी आगे बढ़ गई.सालों बाद सोशल मीडिया ने इन्हें फिर से मिला दिया.
सालों बाद सोशल मीडिया ने इन्हें फिर से मिला दिया. उनके स्कूल के पुराने दोस्तों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया, जिसमें मुस्कान और साहिल भी जुड़े. ग्रुप में बातें शुरू हुईं, जो जल्दी ही पर्सनल चैट में बदल गईं. मुस्कान शादीशुदा थी लेकिन सौरभ लंदन जा चुका था, यहां मुस्कान अकेले रहती थी. इसी बीच साहिल से उसकी बातें और मुलाकातें बढ़ती गईं. वो मेरठ के बाजारों में मिलने लगे, साथ घूमने लगे. फिर ये दोस्ती, इश्क में बदल गई. धीरे-धीरे साहिल, मुस्कान की जिंदगी का हिस्सा बनता गया. इतना कि उसका घर में आना-जाना भी शुरू हो गया. मकान मालिक ने इस पर ऐतराज जताया, इसकी शिकायत मुस्कान के पति सौरभ से भी की गई. सौरभ ने भी मुस्कान से कहा कि वो साहिल से दूरी बनाए, लेकिन मुस्कान ने अपनी बातों से पति को मना लिया. अंदर ही अंदर उसका साहिल से रिश्ता गहराता गया.
साहिल का खर्चा उठाती थी मुस्कान
बताया जा रहा है कि साहिल की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए उसका खर्च मुस्कान ही उठा रही थी. मुस्कान ने उसे कई बार नशे के लिए भी पैसे दिए थे. वह सौरभ के भेजे गए पैसे का इस्तेमाल साहिल पर कर रही थी. सौरभ 24 फरवरी 2025 को लंदन से वापस मेरठ आया था. प्लान के मुताबिक मुस्कान ने पहले सौरभ को बेहोश करने के लिए दवा खरीदी, जो उसने खैरनगर के एक मेडिकल स्टोर से ली थी. इसके बाद उसने शारदा रोड से एक तेज धार वाला चाकू और उस्तरा खरीदा. 26 फरवरी की रात मुस्कान ने सौरभ को नशीली दवा देकर बेहोश कर दिया. जब सौरभ बेसुध पड़ा था, तब साहिल ने चाकू और उस्तरे से उसका बेरहमी से कत्ल कर दिया. लेकिन इसके बाद असली समस्या आई, लाश को ठिकाने कैसे लगाया जाए ?
शव को ठिकाने लगाने की नाकाम कोशिश

केरल में पुलिस ने दो और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है जो अवैध रूप से भारत में रह रहे थे. दोनों आरोपों की पहचान मोनिरुल मुल्ला और अल्ताब अली के रूप में हुई है. दोनों बांग्लादेश के मोहम्मद नगर के निवासी हैं. 2017 में भारत-बांग्लादेश सीमा पार करके पश्चिम बंगाल पहुंचे थे. वहां से उन्होंने फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बनवा लिए थे.

जम्मू-कश्मीर के गुरेज में पूर्व विधायक और बीजेपी नेता ने खुद को गोली मारकर अपनी जान दे दी. 62 साल के फकीर मोहम्मद खान ने अपने सरकारी आवास में खुदकुशी की है. फकीर मोहम्मद खान 1996 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए निर्दलीय विधायक चुने गए थे. लंबे समय तक राजनीति में सक्रिय रहने के बाद उन्होंने 2020 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे.