IND vs ENG 3rd ODI: चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले कोहली के पास आखिरी मौका... लाज बचाने उतरेगी इंग्लैंड टीम
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भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी यानी तीसरा मैच आज (12 फरवरी) अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा. यह मैच दोपहर 1.30 बजे से शुरू होगा. शुरुआती दो मुकाबले जीतकर टीम इंडिया ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है.
IND vs ENG 3rd ODI Match: भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली जा रही है. शुरुआती दो मुकाबले जीतकर टीम इंडिया ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है. अब सीरीज का आखिरी यानी तीसरा मैच आज (12 फरवरी) अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा.
यह मैच दोपहर 1.30 बजे से शुरू होगा, जबकि टॉस इससे आधा घंटा पहले यानी एक बजे होगा. इस वनडे सीरीज के बाद इसी महीने चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 भी खेली जानी है. यह टूर्नामेंट 19 फरवरी से शुरू होगा.
कोहली के पास फॉर्म हासिल करने का आखिरी मौका
भारतीय टीम आज अहमदाबाद वनडे मैच जीतकर इंग्लैंड को क्लीन स्वीप करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी. रोहित ब्रिगेड पहले दो मैच 4 विकेट के समान अंतर से जीत चुकी है. अब अहमदाबाद वनडे मैच में विराट कोहली पर सभी की निगाहें रहेंगी, जिनके पास चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले फॉर्म हासिल करने का यह आखिरी मौका होगा.
यह कहने की जरूरत नहीं है कि भारतीय टीम चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले कोहली की फॉर्म को लेकर चिंतित होगी. 8 टीमों के बीच खेले जाने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी 19 फरवरी से शुरू होगी. भारत अपने सभी मैच दुबई में खेलेगा. भारत अपना पहला मैच 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ खेलेगा और 23 फरवरी को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान का सामना करेगा.
कप्तान रोहित शर्मा ने दूसरे वनडे में 90 गेंदों पर 119 रन बनाकर फॉर्म में वापसी की, जो भारत के लिए अच्छे संकेत हैं. कोहली अपने इस साथी से प्रेरणा लेकर अहमदाबाद में बड़ी पारी खेलने उतरेंगे.कोहली पूरी तरह से लय में नहीं दिख रहे हैं, लेकिन वह इतनी देर तक क्रीज पर नहीं टिके हैं कि खुद को बड़ी पारी खेलने का मौका दे सकें.
भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली है. सीरीज का पहला मैच नागपुर और दूसरा मुकाबला कटक में हुआ. दोनों ही मैच भारतीय टीम ने 4 विकेट से जीते. मगर इन दोनों ही मैचों में कप्तान रोहित को मजबूरी में 2 बड़े फैसले लेने पड़े थे. हालांकि आखिर में यह दोनों ही फैसले उनके लिए वरदान साबित हुए.