Elections 2022: क्या दिल्ली का वोटर यूपी से लड़ सकता है विधानसभा चुनाव? जानें क्या है नियम
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Assembly Elections 2022: विधायकी के चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरते समय उम्मीदवारों को कुछ योग्यताएं पूरी करना जरूरी होता है. बता दें कि अगर आपका मतदाता पहचान पत्र (Voter ID Card) दिल्ली का है, तो आप यूपी से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सकते. आइये जानते हैं क्या हैं नामांकन भरने की जरूरी योग्यताएं और इसके नियम-
Assembly Elections 2022: देश के 7 राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों का नामांकन जारी है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब में विधायकी के लिए चुनाव होने जा रहे हैं. विधानसभा चुनावों में चुने गए प्रतिनिधि विधायक यानी MLA कहलाते हैं. विधायकों के चुनाव के बाद राज्य की सरकार बनती है. विधायकी के चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरते समय उम्मीदवारों को कुछ योग्यताएं पूरी करना जरूरी होता है. बता दें कि अगर आपका मतदाता पहचान पत्र (Voter ID Card) दिल्ली का है, तो आप यूपी से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सकते. आइये जानते हैं क्या हैं नामांकन भरने की जरूरी योग्यताएं और इसके नियम-
Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति का त्योहार धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. पुराणों के अनुसार, इस दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनिदेव से मिलने आते हैं, जो मकर राशि के स्वामी हैं. यह त्योहार पिता और पुत्र के बीच एक स्वस्थ रिश्ते का प्रतीक है. मकर संक्रांति भगवान विष्णु की असुरों पर विजय के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है. इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी.
BPSC Protest: बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. अभ्यर्थियों ने सत्याग्रह शुरू कर दिया है और मांगें पूरी न होने पर राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है. छात्र संगठनों के समर्थन से यह आंदोलन और भी व्यापक हो गया है. पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने भी परीक्षा रद्द करने की मांग की है.
एक कार्यक्रम में आनंद महिंद्रा ने कहा कि यह बहस गलत दिशा में जा रही है. यह घंटों की गिनती नहीं होनी चाहिए, बल्कि काम के आउटपुट पर होनी चाहिए. चाहे 40 घंटे हो या 90 घंटे, सवाल यह है कि आप क्या आउटपुट दे रहे हैं? अगर आप घर पर परिवार या दोस्तों के साथ समय नहीं बिता रहे, पढ़ नहीं रहे या सोचने का समय नहीं है, तो सही फैसले कैसे लेंगे?
इन्वेस्टर और एंटरप्रेन्योर विनीत ने शादी में लड़की वालों की तरफ से लड़कों की हैसियत जांचने की प्रक्रिया पर अपनी राय रखी है. अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि कई बार लड़की वालों की तरफ से लड़के से ऐसी उम्मीदें की जाती हैं, जो अव्यवहारिक होती हैं, जैसे हाई सैलरी, घर और कार. एक 28 साल का लड़का, जिसने बस अपना करियर शुरू किया है, वह भला यह सब कैसे करेगा? यह कोई सोचता ही नहीं.