ठंड के मौसम में खाते-पीते हुए घटाएं वजन, ये छोटे-छोटे तरीके आएंगे काम
AajTak
ठंड के मौसम में अक्सर लोगों को वजन बढ़ने की दिक्कत होने लगती है. फिजिकल एक्टिविटी में कमी और खानपान में लापरवाही भी इसका एक बड़ा कारण है. अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो यहां हम आपको कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं जो आपको वजन कंट्रोल करने में काफी मददगार हो सकते हैं.
सर्दियों का मौसम स्वास्थ्य के लिहाज से काफी चुनौतीपूर्ण होता है, खासकर वजन बढ़ना इस मौसम में काफी आम समस्या है. ठंड का मौसम हमारी वजन घटाने की प्रक्रिया को कई तरह से प्रभावित करता है. सबसे बड़ी बात है कि ठंड में हमारी फिजिकल एक्टिविटी भी कम हो जाती हैं. हम पानी कम पीते हैं और खाना-पीना भी कई बार ज्यादा हो जाता है.
सूरज की रोशनी कम होने से हमारे शरीर में विटामिन डी की भी कमी हो जाती है और इन सभी की वजह से शरीर का मेटाबोलिज्म भी प्रभावित होता है. ऐसे में अगर आप सर्दियों के मौसम में अपने वजन को कंट्रोल रखना चाहते हैं और साथ ही बैली फैट भी घटाना चाहते हैं तो यहां हम आपको कुछ तरीके बता रहे हैं.
घर में एक्सरसाइज करें
अगर आपका सर्दियों में जिम जाने या पार्क में जाने का मन नहीं कर रहा है तो एक्टिव रहने के लिए इनडोर एक्टिविटीस को आजमाएं. घर में ही योग करें. योग सबसे बढ़िया एक्सरसाइज है. सूर्य नमस्कार करें. ब्रिस्क वॉक करें. रस्सी कूदना, सीढ़ियां चढ़ना, डांस करना, इनडोर एक्सरसाइज के कुछ अच्छे तरीके हैं जिससे आप सर्दियों में एक्टिव रह सकते हैं.
पोर्शन कंट्रोल करें
पोर्शन कंट्रोल वजन घटाने का सबसे बढ़िया तरीका है. आप तीन बड़े मील लेने और खुद को भूखा रखने के बजाय छोटी-छोटी मात्रा में खाना खाएं. यह आपको कुछ ज्यादा वक्त के लिए पेट भरा हुआ जैसा महसूस कराएगा जिससे आप जंक फूड कम खा पाएंगे. यह कोशिश भी करें कि आप अपना खाना स्किप न करें. खाने में संयम बरतें और आपकी प्लेट प्रोटीन और हेल्दी फूड से भरी हुई हो तो बेहतर होगा.
Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति का त्योहार धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. पुराणों के अनुसार, इस दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनिदेव से मिलने आते हैं, जो मकर राशि के स्वामी हैं. यह त्योहार पिता और पुत्र के बीच एक स्वस्थ रिश्ते का प्रतीक है. मकर संक्रांति भगवान विष्णु की असुरों पर विजय के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है. इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी.
BPSC Protest: बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. अभ्यर्थियों ने सत्याग्रह शुरू कर दिया है और मांगें पूरी न होने पर राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है. छात्र संगठनों के समर्थन से यह आंदोलन और भी व्यापक हो गया है. पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने भी परीक्षा रद्द करने की मांग की है.
एक कार्यक्रम में आनंद महिंद्रा ने कहा कि यह बहस गलत दिशा में जा रही है. यह घंटों की गिनती नहीं होनी चाहिए, बल्कि काम के आउटपुट पर होनी चाहिए. चाहे 40 घंटे हो या 90 घंटे, सवाल यह है कि आप क्या आउटपुट दे रहे हैं? अगर आप घर पर परिवार या दोस्तों के साथ समय नहीं बिता रहे, पढ़ नहीं रहे या सोचने का समय नहीं है, तो सही फैसले कैसे लेंगे?
इन्वेस्टर और एंटरप्रेन्योर विनीत ने शादी में लड़की वालों की तरफ से लड़कों की हैसियत जांचने की प्रक्रिया पर अपनी राय रखी है. अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि कई बार लड़की वालों की तरफ से लड़के से ऐसी उम्मीदें की जाती हैं, जो अव्यवहारिक होती हैं, जैसे हाई सैलरी, घर और कार. एक 28 साल का लड़का, जिसने बस अपना करियर शुरू किया है, वह भला यह सब कैसे करेगा? यह कोई सोचता ही नहीं.