Door to Hell: 1000 डिग्री की धधकते 'नरक के द्वार' में जा घुसा शख्स, बाहर आया तो किया ये हैरानी भरा खुलासा
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Door to Hell: जॉर्ज कोउरोनिस 'डोर टू हेल' में चले गए थे. नेशनल ज्योग्राफिक के अनुसार, कोउरोनिस ने अभियान के लिए दो साल तक तैयारी की और नमूने एकत्र करने के लिए केवल 17 मिनट वहां रहे.
Door to Hell: तुर्कमेनिस्तान में एक प्राकृतिक गैस क्रेटर ने दशकों से वैज्ञानिकों और पर्यटकों को हैरान कर रखा है. Darvaza क्रेटर, जिसे 'डोर टू हेल' (Door to Hell) के नाम से जाना जाता है, यह 1971 में जला था. यह पर्यटकों के लिए फेमस जगह है और एक तरीके से यूनिक भूवैज्ञानिक घटना है. वहीं, बुझाने के भी प्रयास किए गए, लेकिन इसके बावजूद, काराकुम रेगिस्तान में आग का गड्ढा अभी भी चमक रहा है, जो दुनिया भर से पर्यटकों को इसे देखने के लिए आकर्षित करता है. एक बेहद लंबे समय के बाद केवल अब एक आदमी गैस रीडिंग और मिट्टी के नमूने लेने के लिए 1,000 डिग्री सेल्सियस के धधकते तापमान वाले 230 फुट चौड़े, 100 फुट गहरे गड्ढे में प्रवेश कर चुका है.
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर पर सहमति बनी है. रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों पक्ष युद्धविराम और बंधक समझौते को फाइनल कर चुके हैं. शुक्रवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर लिखा, वार्ता दल ने पीएम को बताया कि बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर सहमति बन गई है. इस बारे में बंधकों के परिवार को जानकारी दे दी गई है.
ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को इजरायल और हमास के बीच 'बहु प्रतीक्षित' युद्धविराम समझौते का स्वागत किया. हालांकि दोनों पक्ष अनिश्चितताओं से भरे इस समझौते को अंतिम रूप देने में लगे हैं, जिसमें फलस्तीनी कैदियों के बदले इजरायली बंधकों की अदला-बदली और पहले चरण में गाजा से इजरायली सैनिकों की वापसी की शुरुआत शामिल होने की उम्मीद है.
बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने रविवार को विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बैठक के दौरान हाल के सीमा तनाव को लेकर बांग्लादेश की ओर से 'गहरी चिंता' जताई. सरकारी समाचार एजेंसी 'BSS' ने पहले अपनी खबर में बताया था कि वर्मा को विदेश मंत्रालय ने सीमा पर बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए 'तलब' किया था.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने कहा कि स्थिर वैश्विक वृद्धि के बावजूद 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 'थोड़ा कमजोर' रहने की आशंका है. जॉर्जीवा ने कहा कि उन्हें इस साल दुनिया में मुख्य रूप से अमेरिका की व्यापार नीति को लेकर काफी अनिश्चितता नजर आने की संभावना दिख रही है.