Crorepati Story: ये कैसा करोड़पति... नहीं है खुद का घर, कोई प्रॉपर्टी भी नहीं, फिर क्या करता है पैसा?
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आर्मू (Armoo) ने मई 2022 में फैनबाइट्स (Fanbytes) को डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी ब्रेनलैब्स (Brainlabs) को 8-डिजिट्स की रकम में बेच दिया था और उससे उन्हें करोड़ों रुपये मिले थे, लेकिन उन्होंने उससे ना तो घर खरीदा और ना ही किसी लग्जरी चीजों पर खर्च किया.
करोड़पति शब्द आते ही आपके मन में भी ऐसी छवि जरूर बन जाती होगी कि महंगी गाड़ी, बड़ा सा घर और नौकर-चाकर होंगे, लेकिन आज हम एक ऐसे करोड़पति के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके पास खुद का घर तक नहीं है. इतना ही नहीं उसने कोई प्रॉपर्टी भी नहीं खरीदी है और वह एक कंपनी का को-फाउंडर भी है.
हम बात कर रहे हैं इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग फर्म फैनबाइट्स के को-फाउंडर और पूर्व CEO टिमोथी आर्मू (Timothy Armoo) के बारे में, जिनके पास खुद का घर तक नहीं है. आर्मू (Armoo) ने मई 2022 में फैनबाइट्स (Fanbytes) को डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी ब्रेनलैब्स (Brainlabs) को 8-डिजिट्स की रकम में बेच दिया था और उससे उन्हें करोड़ों रुपये मिले थे, लेकिन उन्होंने उससे ना तो घर खरीदा और ना ही किसी लग्जरी चीजों पर खर्च किया.
फिर कहां खर्च करते हैं रुपये? CNBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लंदन में तंगहाली में उनका बचपन गुजरा था, जिसकी वजह से उन्हें पैसे खर्च करने में मुश्किल होती है. टिमोथी आर्मू के मुताबिक, वह अपने करोड़ों रुपये को कई तरह से निवेश करते हैं. वे अफ्रीका में फलों के कारोबार से लेकर लिथियम माइन की सेल फंडिंग तक में अपने पैसे को निवेश करते हैं, जहां से उन्हें मोटा इनकम हो सके. आर्मू ने अपना पैसा इंडेक्स फंडों (Index funds) में निवेश किया है. इसके अलावा वे कई स्टॉक में भी निवेश करते हैं. साथ ही गवर्नमेंट बान्ड और सिक्योरिटीज में भी निवेश करते हैं.
क्यों नहीं खरीदा घर? करोड़पति का कहना है कि उनके पास कोई घर भी नहीं है और वे कोई प्रॉपर्टी खरीदना भी नहीं चाहते हैं. उनका कहना है कि उनका कोई परिवार भी नहीं है और कोई पार्टनर भी नहीं है, इसलिए घर अभी जरूरी नहीं है. उनका कहना है कि पैसा बनाने के लिए मैं प्रॉपर्टी की जगह बिजनेस में निवेश करना पसंद करता हूं.
तंगहाली में गुजरा बचपन आर्मू खुद बताते हैं कि उनका बचपन बहुत गरीबी में गुजरा है. खाने के लिए भी पैसे की कमी थी. आज भी उन्हें ऐसा लगता है कि वे अगर पैसे खर्च करेंगे तो सभी पैसे खर्च हो जाएंगे. इसलिए वे ज्यादा पैसे खर्च करने के बारे में नहीं सोचते, बल्कि निवेश पर फोकस रहते हैं.