Coronavirus: India में मिले 120 से ज्यादा Mutation, 8 हैं सबसे खतरनाक; स्टडी में हुआ ये खुलासा
Zee News
जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद से ही वैज्ञानिक कोरोना वायरस में होने वाले बदलावों को समझ पाते हैं. हर राज्य से 5 प्रतिशत सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग होनी जरूरी है, लेकिन अभी ये सिर्फ 3 फीसदी भी नहीं हो पा रही है.
नई दिल्ली: देशभर में अभी तक कोरोना वायरस के 38 करोड़ से भी ज्यादा सैंपल का टेस्ट हो चुका है, लेकिन इनमें से केवल 28 हजार की जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) अब तक हो पाई है. इस स्टडी में सामने आया है कि कोरोना वायरस के 120 से ज्यादा म्यूटेशन (Mutation) अब तक भारत में मिल चुके हैं, इनमें से 8 सबसे ज्यादा खतरनाक हैं. हालांकि वैज्ञानिक अभी 14 म्यूटेशन की जांच में जुटे हुए हैं. बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जिन खतरनाक वैरिएंट के नाम बताए हैं वे एल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा प्लस, कापा, ईटा और लोटा हैं. ये सभी वैरिएंट देश में मिल चुके हैं. इन वैरिएंट में किसी के केस ज्यादा हैं तो किसी के कम हैं. देशभर की 28 लैब में इनकी सीक्वेंसिंग चल रही है. वैरिएंट की प्रारंभिक रिपोर्ट के रिजल्ट काफी चौंकाने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक, भारत में डेल्टा के साथ कापा वैरिएंट भी है. पिछले 60 दिन में 76 प्रतिशत सैंपल में इनकी पुष्टि हो चुकी है.More Related News