Coronavirus: हवा और AC से फैल रहा कोरोना संक्रमण, केंद्र सरकार ने बताईं सावधानियां
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देश में कोरोना ने ताडंव मचा रखा है. लोगों में सक्रंमण का खतरा लगातार फैलता जा रहा है. जहां कोरोना संक्रमित लोगों के आंकड़ें बढ़ रहे हैं, वहीं वैक्सीनेशन भी पूरे जोर-शोर से हो रहा है. इस दौरान सरकार ने भी अपनी तरफ से कई नियम लागू किए हैं, जिससे देश में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है. पर इन सबसे हटकर केंद्र सरकार ने गाइडलाइंस जारी की हैं जिनमें एयरोसोल और ड्रॉपलेट्स ट्रांसमिशन को कोरोना वायरस के फैलने के प्रमुख कारण बताया है.
देश में कोरोना की दूसरी लहर ने तांडव मचा रखा है. जहां कोरोना संक्रमित लोगों के आंकड़े बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे वैक्सीनेशन का अभियान भी तेज हो रहा है. अब केंद्र सरकार ने गाइडलाइंस जारी की हैं जिनमें एयरोसोल और ड्रॉपलेट्स ट्रांसमिशन को कोरोना वायरस के फैलने का प्रमुख कारण बताया है. किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बोलने के दौरान कुछ बूंदें या छींटे बाहर निकलती हैं, इन्हें ही ड्रॉपलेट कहते हैं. कई बार ये छींटे हवा में भी रहती हैं जिससे किसी दूसरे व्यक्ति में भी संक्रमण फैल जाता है. केंद्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकारों ने एक एडवायजरी जारी की है. इसमें एयरोसोल और ड्रॉपलेट्स ट्रांसमिशन के जरिए कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की बात कही गई है. इस एडवाइजरी में कहा गया है कि एयरोसोल हवा में 10 मीटर तक की दूरी तय कर सकते हैं. पहले लोग सिर्फ ड्रॉपलेट्स (मुंह-नाक से निकली छींटे) को ही कोरोना संक्रमण का प्रमुख कारण मानते थे और एयरोसोल को ज्यादा महत्व नहीं देते थे. लेकिन अब माना जा रहा है कि ये दोनों महत्वपूर्ण हैं. केंद्र सरकार के इन दिशानिर्देशों के अनुसार, वायरस से संक्रमित व्यक्ति के लार और नाक से निकले ड्रॉपलेट्स और एयरोसोल, वायरस संक्रमण का प्राथमिक तरीका है. सरकार द्वारा निर्धारित गाइडलाइंस में कहा गया है बिना लक्षणों वाला एक संक्रमित व्यक्ति भी वायरस को ट्रांसमिट कर सकता है.Redmi A4 5G Price in India: शाओमी ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है, जो ब्रांड का सबसे सस्ता 5G फोन है. कंपनी ने Redmi A4 5G को लॉन्च किया है, दो दमदार फीचर्स के साथ 9 हजार रुपये से कम के बजट में आता है. इसमें 50MP के मेन लेंस वाला डुअल रियर कैमरा और 5160mAh की बैटरी दी गई है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
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