Balasinor Vidhan Sabha Seat: बालासिनोर में कांग्रेस का रहा दबदबा, क्या बीजेपी कर पाएगी कमाल?
AajTak
इस सीट से ओबीसी नेता मानसिंह चौहान साल पांच बार विधायक रह चुके हैं. मानसिंह ने बीजेपी, राजपा, कांग्रेस में रहकर राजनीति की है. मानसिंह साल 2017 में कांग्रेस उम्मीदवार अजीत सिंह चौहान से चुनाव हार गए थे.
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात के सियासी दंगल में महीसागर जिले की बालासिनोर विधानसभा सीट महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है. बालासिनोर कभी नवाबों की नगरी थी. बालासिनोर विधानसभा सीट पर कभी कांग्रेस का खूब दबदबा था. वहीं इसके बाद बीच में बीजेपी का कमल खिला, लेकिन कांग्रेस ने इस सीट पर फिर वापसी की.
बालासिनोर में 2,83,465 मतदाता हैं. इनमें अधिकतर ओबीसी वोटर हैं. इस सीट से ओबीसी नेता मानसिंह चौहान साल 2002 को छोड़कर पांच बार विधायक रह चुके हैं. मानसिंह चौहान बीजेपी, राजपा, कांग्रेस का सियासी सफर कर चुके हैं. इस वजह से उनकी छवि सत्ता के लिए पार्टी बदलने वाले नेता के तौर पर है. एक यह भी वजह रही कि मानसिंह 2017 में कांग्रेस उम्मीदवार अजीत सिंह चौहान से चुनाव हार गए थे.
बालासिनोर में मतदाताओं की संख्या
पुरुष मतदाता : 145807 महिला मतदाता : 137651 अन्य : 7 टोटल मतदाता: 283465
Anand Assembly Seat: मिल्क सिटी के नाम से मशहूर आणंद में कांग्रेस का दबदबा, क्या बीजेपी कर पाएगी कब्जा?
राजनीतिक पृष्ठभूमि
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.
महाराष्ट्र में नए सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है. एकनाथ शिंदे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. राजभवन जाकर उन्होंने इस्तीफा सौंपा. शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उनको अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे. लेकिन अभी तक नए मुख्यमंत्री को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है.