Aadhaar पर लगी फोटो करानी है चेंज? सिर्फ 100 रुपये का खर्च और हो जाएगा काम
AajTak
Aadhaar Card Photo Update : आधार कार्ड में सिर्फ फोन नंबर या फिर होम एड्रेस ही नहीं, बल्कि अपनी पुरानी फोटो को बदलवाकर नई फोटो अपडेट कराई जा सकती है. UIDAI ने इस काम के लिए आपको 100 रुपये की फीस निर्धारित की है.
बैंक में खाता (Bank Account) खुलवाना हो या फिर लेना हो किसी भी सरकारी स्कीम का लाभ, इन सबके लिए आधार कार्ड (Aadhaar Card) सबसे ज्यादा जरूरी हो गया है. आज के समय में सिर्फ जरूरी कामों के लिए ही नहीं बल्कि ये आधार आपकी पहचान का सबसे अहम दस्तावेज बन चुका है. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि जब आपने इसे बनवाया था उस समय खींची गई तस्वीर आपको पसंद नहीं है, तो फिर टेंशन की कोई बात नहीं. आधार पर लगी इस फोटो को आप बेहद आसानी से चेंज (Aadhaar Photo Change) करना करते हैं. आइए जानते हैं इसका स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस और फीस के बारे में...
आधार कार्ड में आपका जरूरी डाटा आधार कार्ड (Aadhaar Card) इसलिए जरूरी हो गया है क्योंकि इसमें कार्डहोल्डर का बायोमैट्रिक और डेमोग्राफिक दोनों डेटा होता है. इनके जरिए आधार कार्ड का उपयोग करने वाले शख्स की पहचान झट से वेरिफाई हो जाती है. इसे जारी करने वाली संस्था UIDAI ने इसमें कुछ चीजों को चेंज करवाने की सहूलियत दी है. इनमें से एक है फोटो अपडेट कराना. इसके अलावा होम एड्रेस से लेकर फोन नंबर तक चेंज कराया जा सकता है.
आधार सेंटर पर जाकर करें ये काम अगर बात सिर्फ फोटो चेंज करने की करें, तो इस काम को घर बैठे नहीं कर पाएंगे, क्योंकि Photo Update की सर्विस ऑनलाइन उपबल्ध नहीं है. हालांकि, UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट (uidai.gov.in) पर लॉगइन करके आप फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं और इसे भरकर नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाकर सब्मिट कर सकते हैं. इससे सेंटर पर फॉर्म लेने भरने के लिए लगने वाला समय कम लगेगा. आपको अपने मोबाइल या लैपटॉप पर आप वेबसाइट को ओपन कर लें. इसके बाद आपको माय आधार के ऑप्शन पर जाएं. यहां डाउनलोड सेक्शन में जाकर Aadhaar Enrolment/Update Form पर क्लिक करना होगा.
फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियों को भरने के बाद आप इसे अपने नजदीकी आधार एनरोलमेंट सेंटर में जाकर सब्मिट कर दें. इसके बाद आधार एग्जीक्यूटिव आपकी सारी जानकारी बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन के जरिए कन्फर्म करेगा. फिर आपकी नई फोटो क्लिक करेगा, जिसे आधार कार्ड में अपडेट किया जाएगा.
फ्री नहीं है आधार की ये सर्विस यहां इस बात का ध्यान रहे कि आधार कार्ड में फोटो अपडेट कराने की ये सर्विस फ्री नहीं है, बल्कि इस काम के लिए आपको 100 रुपये की फीस चुकानी होगी और इस पर जीएसटी (GST) चार्ज भी लागू होगा. फोटो अपडेट करने के बाद आधार एग्जीक्यूटिव आपको एक स्लिप और एक यूनिक रिक्वेस्ट नंबर (URN) देगा. इसके जरिए आप लेटेस्ट आधार के स्टेटस को ऑफिशियल वेबसाइट से ट्रैक कर सकते हैं. प्रोसेस पूरा होने के बाद आप अपने आधार कार्ड को पास के आधार सेवा केंद्र पर जाकर प्रिंट आउट करवा सकते हैं. आप अपडेटेड आधार की ई-आधार कॉपी भी UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं.
ऐसे करें अपडेटेड ई-आधार डाउनलोड
Redmi A4 5G Price in India: शाओमी ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है, जो ब्रांड का सबसे सस्ता 5G फोन है. कंपनी ने Redmi A4 5G को लॉन्च किया है, दो दमदार फीचर्स के साथ 9 हजार रुपये से कम के बजट में आता है. इसमें 50MP के मेन लेंस वाला डुअल रियर कैमरा और 5160mAh की बैटरी दी गई है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
बीते कुछ सालों में, Artificial Intelligence ने कई sectors को revolutionize कर दिया है, और education field पर भी इसका बड़ा असर हुआ है. AI-powered technologies के development के साथ, हमारे सीखने और सिखाने के तरीके में बड़ा transformation हो रहा है. India में, जहां education system vast और diverse है, AI, students के education पाने के तरीके को नया रूप देने में बड़ा रोल निभा सकता है. आइए जानते हैं कि AI teachers भारत में education system को कैसे बदल सकते हैं, और इस बदलाव का students, teachers और पूरे देश पर क्या असर हो सकता है.
यदि आपका बच्चा पढ़ना-लिखना पसंद नहीं करता है तो ज्योतिषी प्रवीण मिश्र के उपाय का पालन कर इसे दूर कर सकते हैं. भगवान कृष्ण को मिसरी और तुलसी दल का भोग लगाकर प्रतिदिन बच्चे को खिलाएं. बच्चे के पढ़ाई के स्थान पर हरे रंग की चीजें ज्यादा रखें. बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें. घी का दीपक जला कर आरती करें. भगवान गणेश से प्रार्थना करें.
जेेएनयू के टीचर्स एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि इससे पहले भी TISS ने मुंबई में इसी तरह की एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें प्रो. पंडित ने हिस्सा लिया था. हालांकि, पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और यह आरोप है कि सेमिनार में दी गई प्रस्तुतियों का इस्तेमाल कुछ राजनीतिक संगठनों ने प्रवासन के पैटर्न को 'अवैध' साबित करने के लिए किया.