35 देशों का दिमाग, 17 खरब का खर्चा, इस एक चीज से बदल जाएगी पूरी धरती
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पिछले कुछ सालों में ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज जैसे खतरों के चलते क्लीन एनर्जी को लेकर कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी सिलसिले में पिछले 10 सालों से दुनिया का सबसे बड़ा चुंबक तैयार किया जा रहा था जो कई मायनों में धरती को बदल सकता है.
पिछले कुछ सालों में ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज जैसे खतरों के चलते क्लीन एनर्जी को लेकर कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी सिलसिले में पिछले 10 सालों से दुनिया का सबसे बड़ा चुंबक तैयार किया जा रहा था जो कई मायनों में धरती को बदल सकता है. (फोटो क्रेडिट: iter organization) ये मैग्नेट एक विशालकाय मशीन इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (आईटीईआर) का हिस्सा है और इस मशीन का मकसद पृथ्वी पर सूरज के स्तर की एनर्जी का निर्माण करना है. ये मैग्नेट 59 फीट लंबा और इसका व्यास 1 फीट होगा. इस मैग्नेट का वजन भी 1000 टन होगा. (फोटो क्रेडिट: iter organisation) इस मैग्नेट को डिजाइन और मैनुफेक्चर जनरल एटॉमिक्स ने किया है. ये मैग्नेट इतना पावरफुल होगा कि ये 1000 फीट लंबे और 1 लाख टन के एयरक्राफ्ट कैरियर को भी जमीन से छह फीट ऊपर उठाने में कामयाब हो सकेगा. इस चुंबक की ताकत का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये धरती की मैग्नेटिक फील्ड से 2 लाख 80 हजार गुणा ज्यादा ताकतवर होगा. (फोटो क्रेडिट: iter organisation)Redmi A4 5G Price in India: शाओमी ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है, जो ब्रांड का सबसे सस्ता 5G फोन है. कंपनी ने Redmi A4 5G को लॉन्च किया है, दो दमदार फीचर्स के साथ 9 हजार रुपये से कम के बजट में आता है. इसमें 50MP के मेन लेंस वाला डुअल रियर कैमरा और 5160mAh की बैटरी दी गई है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
बीते कुछ सालों में, Artificial Intelligence ने कई sectors को revolutionize कर दिया है, और education field पर भी इसका बड़ा असर हुआ है. AI-powered technologies के development के साथ, हमारे सीखने और सिखाने के तरीके में बड़ा transformation हो रहा है. India में, जहां education system vast और diverse है, AI, students के education पाने के तरीके को नया रूप देने में बड़ा रोल निभा सकता है. आइए जानते हैं कि AI teachers भारत में education system को कैसे बदल सकते हैं, और इस बदलाव का students, teachers और पूरे देश पर क्या असर हो सकता है.
यदि आपका बच्चा पढ़ना-लिखना पसंद नहीं करता है तो ज्योतिषी प्रवीण मिश्र के उपाय का पालन कर इसे दूर कर सकते हैं. भगवान कृष्ण को मिसरी और तुलसी दल का भोग लगाकर प्रतिदिन बच्चे को खिलाएं. बच्चे के पढ़ाई के स्थान पर हरे रंग की चीजें ज्यादा रखें. बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें. घी का दीपक जला कर आरती करें. भगवान गणेश से प्रार्थना करें.
जेेएनयू के टीचर्स एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि इससे पहले भी TISS ने मुंबई में इसी तरह की एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें प्रो. पंडित ने हिस्सा लिया था. हालांकि, पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और यह आरोप है कि सेमिनार में दी गई प्रस्तुतियों का इस्तेमाल कुछ राजनीतिक संगठनों ने प्रवासन के पैटर्न को 'अवैध' साबित करने के लिए किया.