![हल्दी-मेहंदी रस्म के बाद बारात निकालने की थी तैयारी, दूल्हा निकला नाबालिग; रोका गया बाल विवाह](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202404/66221a842644c-20240419-191722763-16x9.jpg)
हल्दी-मेहंदी रस्म के बाद बारात निकालने की थी तैयारी, दूल्हा निकला नाबालिग; रोका गया बाल विवाह
AajTak
Chhattisgarh News: महिला एवं बाल विकास अधिकारी अनीता अग्रवाल ने बताया कि नाबालिग बालक के घर में हल्दी और मेहंदी की रस्म पूरी कर ली गई थी. मुंगेली जिला बारात जाने के लिए तैयारी चल रही थी. जिसे समय रहते बारात को रोका गया.
छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में जिला प्रशासन ने समय रहते एक बाल विवाह को रुकवा लिया. नाबालिग की बारात जिला मुंगेली जाने वाली थी. इससे पहले ही प्रशासन के अधिकारियों ने दूल्हे के माता-पिता को समझाइश देकर विवाह को रुकवा लिया.
मामला पामगढ़ जनपद पंचायत के ग्राम भिलौनी का है. मार्कशीट के आधार पर दूल्हे की उम्र 20 साल 9 माह 10 दिन पाई गई है. वही, मुंगेली जिले की बालिका की उम्र के लिए समन्वय किया गया. इसके बाद पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने दूल्हे के माता-पिता को शादी नहीं करने की समझाइश देते हुए कानूनी कार्रवाई से अवगत कराया गया.
दरअसल, जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि ग्राम भिलौनी में होने जा रही शादी में दूल्हे की उम्र कम है. जिस पर कलेक्टर आकाश छिकारा ने बाल विवाह रोकने के निर्देश दिए हैं. जिस पर महिला एवं बाल विकास अधिकारी अनीता अग्रवाल, जिला बाल संरक्षण अधिकारी गजेंद्र जायसवाल और पुलिस की टीम ने नाबालिग बालक की शादी रुकवाई. विवाह के योग्य नहीं होने पर माता-पिता और परिजनों ने शादी रोकने पर सहमति जताई.
हल्दी-मेहंदी रस्म के बाद बारात निकलने की थी तैयारी
महिला एवं बाल विकास अधिकारी अनीता अग्रवाल ने बताया कि नाबालिग बालक के घर में हल्दी और मेहंदी की रस्म पूरी कर ली गई थी. मुंगेली जिला बारात जाने के लिए तैयारी चल रही थी. जिसे समय रहते बारात को रोका गया.
बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराया
![](/newspic/picid-1269750-20250213084148.jpg)
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री का बेटा अपने दोस्तों के साथ चार्टर्ड फ्लाइट (chartered flight) से बैंकॉक (Bangkok) जा रहा था, लेकिन इस बारे में परिजनों को नहीं बताया था. इसके बाद पूर्व मंत्री ने फ्लाइट को आधे रास्ते से ही पुणे वापस बुलवा लिया. इस पूरे मामले में न केवल पुलिस बल्कि एविएशन अथॉरिटी तक को शामिल होना पड़ा.
![](/newspic/picid-1269750-20250213073703.jpg)
मणिपुर सहित पूरे उत्तर-पूर्व में जातीय संघर्ष बेहद जटिल और गहराई से जड़ें जमाए हुए हैं. न तो बिरेन सिंह का इस्तीफा, न कोई नया मुख्यमंत्री और न ही केंद्र का सीधा हस्तक्षेप इस समस्या का कोई आसान समाधान निकाल सकता है. जब तक राज्य के हर जातीय, धार्मिक और भाषाई समुदाय की अपनी अलग पहचान को बनाए रखने की मानसिकता कायम रहेगी तब स्थाई शांति की बीत बेमानी ही होगी.
![](/newspic/picid-1269750-20250213064019.jpg)
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आपकी सलाह हम मानते हैं. यही तरीका उधर वाले भी मान गए तो हम समझते हैं कि नड्डा साहब अपने सदस्यों को बड़ा कंट्रोल में रखा है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वक्फ बिल पर हमारे अनेक सदस्यों ने डिसेंट नोट्स दिए हैं. उनको प्रॉसीडिंग से निकालना अलोकतांत्रिक है. VIDEO
![](/newspic/picid-1269750-20250213061806.jpg)
संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी है. राज्यसभा में जेपीसी रिपोर्ट पेश की गई, जबकि लोकसभा में भी इसे टेबल किया जाना है. विपक्ष इस रिपोर्ट का विरोध कर रहा है. इसके अलावा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अपमान को लेकर सभापति ने कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि यह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान है. VIDEO
![](/newspic/picid-1269750-20250213055354.jpg)
पंजाब सरकार पिछले कई महीनों से व्यस्त चल रही थी. सूबे के मुख्यमंत्री और उनके शीर्ष कैबिनेट मंत्री दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगे हुए थे. राज्य सरकार को अपने मंत्रिमंडल की बैठक के लिए समय नहीं मिल पा रहा था. आखिरी कैबिनेट बैठक 8 अक्टूबर, 2024 को बुलाई गई थी और तब से कोई कैबिनेट बैठक नहीं हुई. देखें...