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वक्फ बिल पर JPC रिपोर्ट राज्यसभा में पेश, सपा ने किया विरोध का ऐलान तो कांग्रेस ने बताया असंवैधानिक, स्पीकर से मिले ओवैसी
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राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट पेश हो गई है. कांग्रेस ने इसे असंवैधानिक बताया है तो वहीं सपा ने इसके विरोध का ऐलान कर दिया है. असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की है.
वक्फ बिल को लेकर जगदंबिका पाल की अगुवाई वाली संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट गुरुवार को हंगामे के बीच राज्यसभा में पेश हो गई है. मेधा विश्राम कुलकर्णी ने विपक्ष के भारी हंगामे के बीच यह रिपोर्ट पेश की जिसे उच्च सदन ने ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया. विपक्षी कांग्रेस ने रिपोर्ट को फर्जी बताते हुए कहा है कि इसे तैयार करने में प्रक्रिया का पालन किया गया. ऐसी फर्जी रिपोर्ट को हम नहीं मानेंगे. विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट से डिसेंट नोट्स डिलीट किए जाने का आरोप लगाया. समाजवादी पार्टी ने विरोध का ऐलान कर दिया है. विपक्ष इसके खिलाफ लामबंद् हो गया है.
ये फर्जी रिपोर्ट, हम नहीं मानेंगे- कांग्रेस
वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट को फर्जी बताते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ऐसी फर्जी रिपोर्ट को हम नहीं मानते, सदन इसे कभी नहीं मानेगा. उन्होंने कहा कि वक्फ बिल पर हमारे अनेक सदस्यों ने डिसेंट नोट्स दिए हैं. उनको प्रॉसीडिंग से निकालना अलोकतांत्रिक है. जितने लोगों ने डिसेंट नोट्स दिए हैं, क्या उनमें से कोई पढ़ा-लिखा नहीं है. खड़गे ने कहा कि डिसेंट नोट्स डालकर रिपोर्ट पेश की जानी चाहिए, आपने उसको डिलीट करके रिपोर्ट दिया है.
उन्होंने सभापति से डिसेंट नोट्स डालकर रिपोर्ट पेश करने का डायरेक्शन देने की मांग की और कहा कि इसे तैयार करने में संवैधानिक प्रॉसीजर को नहीं अपनाया गया. खड़गे ने कहा कि जो स्टेकहोल्डर्स नहीं हैं, उनको बाहर से बुला-बुलाकर उनके व्यूज लिए गए. उन्होंने कहा कि संविधान के खिलाफ जब ऐसी चीजें होती हैं तो ऐसे ही गड़बड़ होता है, लोग प्रोटेस्ट करते हैं. उन्होंने नेता सदन जेपी नड्डा से इसे फिर से जेपीसी को भेजने और फिर संवैधानिक तरीके से सदन में लाने की अपील की. विपक्ष के नेता ने ये भी कहा कि सभापति चाहें तो इसे रिफ्यूज भी कर सकते हैं जैसा कई राज्यों के राज्यपाल करते हैं.
संजय सिंह ने डिसेंट नोट्स हटाए जाने का मुद्दा उठाया
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि इस जेपीसी में शामिल था. हमने अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि आप हमारे पक्ष से सहमत हो सकते हैं, असहमत हो सकते हैं लेकिन उसको कूड़ेदान में कैसे डाल सकते हैं. उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज आप वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा कर रहे हैं. कल आप गुरुद्वारा, चर्च और मंदिर की संपत्तियों पर भी कब्जा करेंगे. तिरुचि शिवा ने कहा कि जो सदस्य कमेटी में होते हैं, उनकी असहमति को लेकर डिसेंट नोट के साथ रिपोर्ट का नियम है. इसमें इसका पालन नहीं किया गया है.
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