हमास के चंगुल से इजरायल ने चार बंधकों को बचाया, गाजा में रेड के बाद स्पेशल फोर्स को मिली कामयाबी
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इजरायली सेना की स्पेशल फोर्सेज ने चार बंधकों को गाजा से रेस्क्यू कर लिया है. यहां नुसेरात शहर में इजरायली फोर्सेज की टीम रेड करने पहुंची थी, जहां दो अलग-अलग रेड में बंधकों को बचाया गया. इजरायली प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने बचाए गए लोगों से बात भी की.
इजरायली सेना ने शनिवार को अल-नुसेरात के मध्य गाजा क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों से चार बंधकों को जीवित बचाया है. 7 अक्टूबर के हमले में हमास के लड़ाकों ने उन्हें म्यूजिक फेस्टिवल से अपहरण किया था और उन्हें गाजा ले गए थे. रेस्क्यू किए गए लोगों में तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं, जिन्हें मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा गया है.
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बंधकों की पहचान 25 वर्षीय नोआ अर्गामनी, 21 वर्षीय अल्मोग मीर जान, 27 वर्षीय एंड्री कोजलोव और 40 वर्षीय श्लोमी जिव के रूप में की गई है. दरअसल, हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर के हमले में कमोबेश 250 लोगों को इजरायली क्षेत्र से बंधक बना लिया था और इनमें अब भी 116 लोग बंधक में हैं. युद्ध के दरमियान 40 बंधकों की मौत भी हो गई है.
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स्पेशल फोर्सेज बंधकों को किया रेस्क्यू
रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना की स्पेशल फोर्स ने गाजा के नुसेरात शहर में अलग-अलग रेड के दौरान बंधकों को रेस्क्यू किया है. मसलन, स्पेशल फोर्सेज ने एक स्थान से नोआ अर्गामनी नाम की चीनी-इजरायली नागरिक को बचाया, जिन्हें सुपरनोवा म्यूजिक फेस्टिवल से बंधक बनाया गया था. उनका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें देखा जा सकता है कि वह अपने पिता से मिल रही हैं.
राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने बंधक से की बात
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.