![वोट पड़े कम, किसके दावे में दम? जानें- कैसा रहा 102 सीटों पर पहले चरण का मतदान](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202404/6622a4b9514ce-2024-190704227-16x9.jpg)
वोट पड़े कम, किसके दावे में दम? जानें- कैसा रहा 102 सीटों पर पहले चरण का मतदान
AajTak
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत सबसे ज्यादा वोटिंग त्रिपुरा में 80.17 फीसदी हुई. इसके बाद पश्चिम बंगाल में 77.57 प्रतिशत, मेघालय में 74.21 प्रतिशत, पुडुचेरी में 73.50 प्रतिशत और असम में 72.10 प्रतिशत मतदान हुआ. अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव के लिए भी वोटिंग हुई. पहले चरण में कई प्रमुख नेताओं और हस्तियों ने भी वोट डाला, जिनमें कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम, उनके बेटे और शिवगंगा उम्मीदवार कार्ति चिदंबरम, अभिनेता रजनीकांत, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके सुप्रीमो एमके स्टालिन शामिल हैं.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग हुई. सभी सीटों पर शाम 7 बजे तक 62.37 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. अब ये वोटिंग मशीन 4 जून को खुलेंगी. सबसे ज्यादा वोटिंग त्रिपुरा में 80.17 फीसदी हुई. इसके बाद पश्चिम बंगाल में 77.57 प्रतिशत, मेघालय में 74.21 प्रतिशत, पुडुचेरी में 73.50 प्रतिशत और असम में 72.10 प्रतिशत मतदान हुआ. अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव के लिए भी वोटिंग हुई. चुनाव आयोग ने कहा कि शाम 7 बजे तक मतदान का अनुमानित आंकड़ा सभी मतदान केंद्रों से रिपोर्ट मिलने के बाद बढ़ सकता है. वहीं, पश्चिम बंगाल और मणिपुर के कुछ हिस्सों में हिंसा की सूचना मिली. अगर 2019 में हुए मतदान के पहले चरण से तुलना की जाए तो इस बार पहले फेज में कम वोटिंग हुई है.
वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि आज के मतदान की बेहतरीन प्रतिक्रिया मिल रही है. यह साफ है कि पूरे भारत में लोग रिकॉर्ड संख्या में एनडीए को वोट दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज वोट देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद.उधर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने एक्स पर लिखा कि भाजपा का पहले दिन का, पहला शो फ्लॉप हो गया है. जनता को अब न भाजपाइयों की अदाकारी अच्छी लग रही है, न कहानी, न घिसे-पिटे डॉयलॉग्स. बीजेपी की खिड़की खाली है. देश की जागरूक जनता को अपने नये भविष्य को चुनने के लिए अग्रिम बधाई और जिन समाजों ने परंपरा से हटके इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को खुलकर समर्थन व वोट दिया है और लगातार दे रहे हैं, उन सभी की नई राजनीतिक चेतना को नमन.
छत्तीसगढ़ में एक ग्रेनेड लॉन्चर हमले में एक जवान शहीद हो गया, जबकि एक CRPF कर्मी घायल हो गया. चुनाव आयोग ने कहा कि 7 चरण के चुनाव के पहले और सबसे बड़े चरण का मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा. मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हो गई थी. चुनाव के दौरान छिटपुट हिंसा की खबरें भी सामने आईं. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा समर्थकों पर कूचबिहार के सीतलकुची में उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं की पिटाई करने और कि मतदाताओं को धमकी देने का आरोप लगाया.
मणिपुर- राजस्थान में छिटपुट हिंसा
मणिपुर में थमनपोकपी में एक मतदान केंद्र के पास अज्ञात बदमाशों ने गोलीबारी की और इरोइसेम्बा मतदान केंद्र पर भी हिंसा की सूचना मिली. हालांकि मणिपुर में 68.62% और बंगाल में 77.57% मतदान हुआ. उधर राजस्थान के नागौर में भी आरएलपी और बीजेपी कार्यकर्ता भिड़ गए. तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और असम में कुछ बूथों पर मामूली ईवीएम गड़बड़ी की सूचना मिली.
बंगाल के कूचबिहार में हिंसा
![](/newspic/picid-1269750-20250213091930.jpg)
दशकों की गुलामी से आजाद हुआ भारत अपने पैरों पर खड़ा होने की कोशिश कर रहा था. ऐसी स्थिति में भारत की उम्मीद भरी नजरें अमेरिका की तरफ थी. 1949 में प्रधानमंत्री नेहरू पहली बार अमेरिका के दौरे पर गए. भारत को आस थी कि दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क उनकी मदद करेगा लेकिन अमेरिका की ट्रूमैन सरकार को इसमें कोई खास दिलचस्पी नहीं थी.
![](/newspic/picid-1269750-20250213084148.jpg)
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री का बेटा अपने दोस्तों के साथ चार्टर्ड फ्लाइट (chartered flight) से बैंकॉक (Bangkok) जा रहा था, लेकिन इस बारे में परिजनों को नहीं बताया था. इसके बाद पूर्व मंत्री ने फ्लाइट को आधे रास्ते से ही पुणे वापस बुलवा लिया. इस पूरे मामले में न केवल पुलिस बल्कि एविएशन अथॉरिटी तक को शामिल होना पड़ा.
![](/newspic/picid-1269750-20250213073703.jpg)
मणिपुर सहित पूरे उत्तर-पूर्व में जातीय संघर्ष बेहद जटिल और गहराई से जड़ें जमाए हुए हैं. न तो बिरेन सिंह का इस्तीफा, न कोई नया मुख्यमंत्री और न ही केंद्र का सीधा हस्तक्षेप इस समस्या का कोई आसान समाधान निकाल सकता है. जब तक राज्य के हर जातीय, धार्मिक और भाषाई समुदाय की अपनी अलग पहचान को बनाए रखने की मानसिकता कायम रहेगी तब स्थाई शांति की बीत बेमानी ही होगी.
![](/newspic/picid-1269750-20250213064019.jpg)
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आपकी सलाह हम मानते हैं. यही तरीका उधर वाले भी मान गए तो हम समझते हैं कि नड्डा साहब अपने सदस्यों को बड़ा कंट्रोल में रखा है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वक्फ बिल पर हमारे अनेक सदस्यों ने डिसेंट नोट्स दिए हैं. उनको प्रॉसीडिंग से निकालना अलोकतांत्रिक है. VIDEO
![](/newspic/picid-1269750-20250213061806.jpg)
संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी है. राज्यसभा में जेपीसी रिपोर्ट पेश की गई, जबकि लोकसभा में भी इसे टेबल किया जाना है. विपक्ष इस रिपोर्ट का विरोध कर रहा है. इसके अलावा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अपमान को लेकर सभापति ने कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि यह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान है. VIDEO