राजस्थान में सियासी अटकलों का बाजार गर्म, क्या CM गहलोत ने टाल दिया मंत्रिमंडल में फेरबदल?
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मुख्यमंत्री कार्यालय से बयान जारी कर कहा गया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पोस्ट कोविड रिकवरी कर रहे हैं और डॉक्टरों ने सलाह दी है कि डेढ़ से दो महीने तक किसी से नहीं मिल सकते हैं. माना जा रहा है कि ऐसे समय में यह बयान इसलिए जारी किया गया है, क्योंकि सचिन पायलट गुट लगातार मंत्रिमंडल में फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर दबाव बनाए हुए है.
राजस्थान की राजनीति में कई दिनों से उठे तूफान में सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने और हवा तब दे दी, जब मुख्यमंत्री कार्यालय से बयान जारी कर कहा गया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पोस्ट कोविड रिकवरी कर रहे हैं और डॉक्टरों ने सलाह दी है कि डेढ़ से दो महीने तक किसी से नहीं मिल सकते हैं. वह लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही लोगों से जुड़े हैं और आगे भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही लोगों से जुड़े रहेंगे. माना जा रहा है कि ऐसे समय में यह बयान इसलिए जारी किया गया है, क्योंकि सचिन पायलट गुट लगातार मंत्रिमंडल में फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर दबाव बनाए हुए है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसके जरिए यह संदेश देना चाहते हैं कि वह किसी के दबाव में नहीं झुकेंगे. यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान उनसे मिलना चाह रहा था, जिसकी वजह से वह किसी से भी मीटिंग टाल रहे हैं.मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
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