यमन में हूती संकट के बीच जयशंकर की ईरान यात्रा, दुनिया को ये बड़ा मैसेज
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S Jaishannkar Iran Visit: विदेश मंत्री एस जयशंकर ईरान की यात्रा पर पहुंचे. यहां वो ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दोल्लाहियन और राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी से मिले. उन्होंने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों समेत अन्य अहम मुद्दों पर बातचीत की.
दुनिया में चल रहे बडे़ संघर्षों के बीच एक और संकट तेजी से बढ़ रहा है. रूस और यूक्रेन के अलावा इजरायल और हमास का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था, कि यमन में एक नया संघर्ष जन्म ले चुका है. यहां के हूती विद्रोही लाल सागर से गुजर रहे जहाजों पर हमला कर रहे हैं. आपको याद होगा कि हाल में अमेरिका ने इन हूती विद्रोहियों को टार्गेट करते हुए कुछ हमले किए हैं. अमेरिका ने ईरान पर इनका समर्थन करने का आरोप भी लगाया है. अब इस बात की आशंका तेज हो गई हो गई है कि यमन और हूतियों की तरफ से भी इन हमलों का जवाब दिया जाएगा.
अगर ऐसा हुआ तो लाल सागर से होने वाला व्यापार बुरी तरह प्रभावित होगा. ये रास्ता इसलिए अहम है क्योंकि दुनिया के कुल व्यापार का 12 फीसदी यहीं से होता है. जिसका प्रभाव भारत पर भी पड़ सकता है. ऐसे में भारत की तरफ से एक रणनीतिक कदम उठाया गया है. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ईरान की यात्रा पर गए. इससे बड़ा लाभ ये हुआ कि भारत अपनी स्थिति स्पष्ट कर पाया. क्योंकि अगर ये जगह युद्ध क्षेत्र बन गई, तो इसका नुकसान भारत को भी उठाना पड़ेगा.
विदेश मंत्री एस जयंशकर की यात्रा 14-15 तारीख को हुई. उनकी ये यात्रा इसलिए भी अहम है क्योंकि ईरान का यमन पर सीधा प्रभाव है. चाहे बात विचारधारा की हो, या फिर हथियारों से समर्थन देने की.
हाल में लाल सागर में जहाजों पर हुए हमलों के लिए अमेरिका ने सीधा यमन के हूतियों को जिम्मेदार ठहराया है. दुनिया भर में इन हमलों का विरोध हो रहा है. ये यात्रा ऐसे वक्त पर हुई, जब अमेरिका और ब्रिटेन ने हूती विद्रोहियों को निशाना बनाते हुए हमले किए हैं. इन्होंने आरोप भी लगाया कि ईरान ही इन्हें समर्थन दे रहा है. ऐसी स्थिति में इस क्षेत्र में ईरान की स्थिति और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है. ऐसे में भारत के हितों की रक्षा के लिए इस वक्त यात्रा का होना, कई मायनों में खास और जरूरी है.
विदेश मंत्री जयशंकर ने सोमवार को ईरान के अपने समकक्ष हुसैन अमीर-अब्दोल्लाहियन के साथ कई अहम मुद्दों पर बात की.
अमेरिका के कारण आई थी रिश्तों में खटास
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