मोदी सरकार के मंत्री का बड़ा बयान, 8 साल में लाखों किसानों की आय हुई दोगुनी
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सत्ता पर काबिज होने के बाद मोदी सरकार ने साल 2016 में अपना लक्ष्य निर्धारित करते हुए किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने का वादा किया था. कृषि मंत्री Narendra Singh Tomar ने आईसीएआर के आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने अपना वादा निभाया है.
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की नेतृत्व में सरकार बनने पर किसानों की आय (Farmers Income) दोगुनी करने का जो वादा किया गया था, वो आठ साल के कार्यकाल में पूरा हुआ है. मोदी सरकार में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने हाल ही में यह बयान दिया है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस अवधि में देश के लाखों किसानों की आय दोगुनी हो गई है.
ICAR के स्थापना दिवस पर दिया बयान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के 94वें स्थापना दिवस के मौके पर बोलते हुए तोमर ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की आय को 2022 तक दोगुनी करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा था और उसे पूरा करने में सफल रही है. उन्होंने कहा कि बीते आठ साल में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के तमाम प्रयास किए गए हैं. इसका श्रेय केंद्र के साथ राज्य सरकारों, वैज्ञानिकों और कृषि समुदाय को जाता है.
इन राज्य के किसानों को बड़ा फायदा पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि देश में 14 करोड़ किसान हैं, जिनमें से 85 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसान हैं. पिछले आठ वर्ष के प्रयासों का नतीजा है कि न केवल लाखों किसानों की आय दोगुनी हुई है, बल्कि कई किसानों की आय तो दोगुनी से भी ज्यादा हो चुकी है. उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और पुद्दुचेरी के किसानों की आय में 200 फीसदी से अधिक का उछाल आया है.
ई-पुस्तिका में 75000 किसानों का जिक्र भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा तैयार की गई ई-पुस्तिका भी जारी की गई. इसमें 2016-17 से 2020-21 तक की अवधि में 75,000 ऐसे किसानों की पहचान की गई है, जिनकी आय बीते आठ वर्ष में दोगुनी या उससे अधिक हो गई है. आईसीएआर ने कहा कि इन किसानों की आय में कुल वृद्धि 125.44 फीसदी से 271.69 फीसदी के बीच रही है.
मानसून सामान्य रहने का अनुमान खरीफ बुवाई और धान के कम रकबे के बारे में पूछे जाने पर कृषि मंत्री ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. मुझे उम्मीद है कि मानसूनी बारिश (monsoon rains) आने वाले दिनों में आगे बढ़ेगी. कृषि मंत्रालय के आंकड़ों को देखें तो 15 जुलाई तक धान की बुवाई इस खरीफ सीजन में 17.4 प्रतिशत घटकर 128.50 लाख हेक्टेयर रह गई, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 155.53 लाख हेक्टेयर थी. मौसम विभाग ने इस साल सामान्य मानसून रहने का अनुमान जताया है.