भुखमरी झेल रहे पाकिस्तान के पास कश्मीर में आतंक मचाने के लिए कहां से आ रहे हैं पैसे?
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कश्मीर में चल रहे एनकाउंटर में आतंकी लगातार ढेर हो रहे हैं. हाल में मारा गया टैररिस्ट लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था. करीब-करीब सबका ही कनेक्शन पाकिस्तान के किसी आतंकी गुट से दिखता है. दहशतगर्दों के पास मॉडर्न हथियार भी हैं और पक्की ट्रेनिंग भी. इनके लिए कथित तौर पर वहीं से फंडिंग होती है. लेकिन जिसके पास खाने को पैसे नहीं, वो आतंक फैलाने के लिए मोटी रकम कहां से ला रहा है?
साल 2022 में भारी इंतजार के बाद पाकिस्तान को इंटरनेशनल संगठन फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने ग्रे लिस्ट से हटाया था. लिस्ट में वे देश होते हैं जहां टेरर फंडिंग सबसे ज्यादा होती है. आतंकियों पर कार्रवाई न करने पर देश ब्लैक लिस्ट में चला जाता है, जिसके बाद कोई भी इंटरनेशनल संस्था उस देश को लोन नहीं देती है.
लोन के लिए आतंक पर कसी थी लगाम
ग्रे लिस्ट में आने के बाद से कोई भी पाकिस्तान में अपने पैसे फंसाने से डर रहा था. ये देखते हुए उसने टैरर पर थोड़ा-बहुत एक्शन लिया और लिस्ट से बाहर आ गया, लेकिन एक बार फिर उसका बर्ताव पहले जैसा दिख रहा है. कश्मीर में आतंकी गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं. हालिया एनकाउंटर कश्मीर के इतिहास में तीसरा सबसे लंबा एनकाउंटर माना जा रहा है. यानी जाहिर तौर पर आतंकी पाकिस्तान से तगड़ी ट्रेनिंग लेकर आए होंगे.
वहां से भुखमरी की खबरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. वहां के अखबार डॉन के मुताबिक, मार्च 2022 तक पाकिस्तान का कुल कर्ज लगभग 43 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए हो चुका था. इसके बाद भी आतंक के लिए पैसों का जुगाड़ हो ही जाता है. इसके एक नहीं, कई स्त्रोत हैं.
कहां-कहां से आते हैं पैसे
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