
'बॉलीवुड बबल से बाहर जीना सीखो', रणबीर कपूर से मिली सलाह, गोविंदा के बेटे ने कही ये बात
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रणबीर कपूर ने यशवर्धन को सलाह देते हुए कहा था कि जिस दिन वो बॉलीवुड बबल से बाहर जीने लगेंगे, लाइफ में सक्सेसफुल हो जाएंगे. उन्हें खुद की आइडेंटिटी के बारे में पता लगेगा. वो अपनी आवाज उठा सकेंगे. साथ ही पिता गोविंदा ने भी यशवर्धन को काफी बार इंस्पायर किया है.
गोविंदा के बेटे यशवर्धन अहूजा जल्द ही बॉलीवुड डेब्यू करने वाले हैं. इसके लिए वो बेहद एक्साइटेड हैं. पर यशवर्धन के लिए इंडस्ट्री में डेब्यू कर पाना भी काफी मुश्किल रहा है. जबकि पिता गोविंदा अपने समय के बड़े स्टार रह चुके हैं. स्टार किड होने के बावजूद यशवर्धन ने काफी स्ट्रगल किया है. पिछले 9 साल से यशवर्धन इस इंतजार में थे कि वो डेब्यू करेंगे. हालांकि, उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी. क्योंकि उन्हें रणबीर कपूर से जो सलाह मिली थी.
दरअसल, रणबीर कपूर ने यशवर्धन को सलाह देते हुए कहा था कि जिस दिन वो बॉलीवुड बबल से बाहर जीने लगेंगे, लाइफ में सक्सेसफुल हो जाएंगे. उन्हें खुद की आइडेंटिटी के बारे में पता लगेगा. वो अपनी आवाज उठा सकेंगे. साथ ही पिता गोविंदा ने भी यशवर्धन को काफी बार इंस्पायर किया है.
पिता गोविंदा से मिली ये सलाह इंडस्ट्री में यशवर्धन कदम रखने जा रहे हैं. ऐसे में पिता गोविंदा से मिली सलाह के सवाल पर बोले- मेरे पिता ने कभी भी पर्दे पर किसी को गाली नहीं दी. उन्होंने मुझे सिर्फ एक ही सलाह दी कि फिल्मों में कभी गाली मत देना. उनका मानना है कि हर किसी की अपनी जर्नी होती है. मैंने कभी उन्हें अपनी लाइन्स याद करते नहीं देखा, फिर भी उनकी टाइमिंग हमेशा परफेक्ट रही. उनकी फोटोग्राफिक मेमोरी है. उन्हें उनकी कॉमिक टाइमिंग और डासिंग में कोई पीछे नहीं छोड़ सकता. उन्हें देखकर ही मैंने बहुत कुछ सीखा है. बता दें कि गोविंदा ने 100 ऑडिशन दिए थे, तब जाकर उन्हें पहली फिल्म मिली थी. लगता तो ऐसा है कि यशवर्धन भी अपनी जर्नी खुद तय करेंगे.
यशवर्धन पिछले 9 सालों से ऑडिशन दे रहे हैं. तब जाकर इन्हें इनकी पहली फिल्म मिली है. ये एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जिसे नेशनल अवॉर्ड विनर साई राजेश निर्देशित कर रहे हैं. यशवर्धन ने फिल्म 'बागी' और 'ढिशुम' में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया है. 79 ऑडिशन देने के बाद इनका सिलेक्शन हुआ. यशवर्धन ने कहा- मुझे रणबीर कपूर ने सलाह दी थी कि मैं विदेश जाकर फिल्ममेकिंग की पढ़ाई करूं. उनका कहना था कि बॉलीवुड बबल से दूर रहकर जीना जरूरी है. इससे मैं खुद की पसंद, नापसंद और च्वॉइसेस के बारे में जान सकूंगा. रणबीर एक शानदार एक्टर तो है हीं, साथ में उनकी स्टोरीटेलिंग भी बहुत अच्छी है. एक साल मैं भी लंदन में रहकर पढ़ा. मुंबई में मैंने एक्टिंग वर्कशॉप्स भी की हैं. आज भी करता हूं. ये एक एंडलेस चीज है जो कभी खत्म नहीं होगी. मैं ये कभी नहीं कह सकता कि मुझे सबकुछ पता है.

सुभाष के झा संग बातचीत में मनोज कुमार ने कहा था कि वो बाकी के एक्टर्स की तरह लालची नहीं रहे. उन्होंने कहा- मैं कभी फिल्मों के मामले में लालची नहीं रहा. बतौर एक्टर भी नहीं. मेरे साथ के धर्मेंद्र और शशि कपूर ने करीब 300 फिल्में कीं, लेकिन मैंने अपने करियर में 35 फिल्में लगभग की, जिनमें मैंने जान झोंक दी थी.

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