
मनोज कुमार को आखिरी विदाई! अस्पताल से घर पहुंचा एक्टर का पार्थिव शरीर, थोड़ी देर में होगा अंतिम संस्कार
AajTak
बताया गया था कि शनिवार, 5 अप्रैल को दोपहर 12 बजे मुंबई के विले पार्ले में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. मनोज कुमार के कुछ फैमिली मेंबर विदेश में रहते हैं इसलिए परिवार ने अंतिम संस्कार शनिवार को करने का फैसला किया था. अब एक्टर के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू हो गई है.
Manoj Kumar Last Rites: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर रहे मनोज कुमार का अंतिम संस्कार, आज यानी शनिवार, 5 अप्रैल को मुंबई में होना है. शुक्रवार, 4 अप्रैल को मनोज कुमार का निधन हुआ था. 87 साल की उम्र में उन्होंने मुंबई के कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली. मनोज कुमार लंबे वक्त से स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे. फैंस और सेलेब्स एक्टर के निधन पर शोक जता रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर शाहरुख खान ने मनोज कुमार को श्रद्धाजंलि दी है.
आज होगा मनोज कुमार का अंतिम संस्कार
बताया गया था कि शनिवार, 5 अप्रैल को दोपहर 12 बजे मुंबई के विले पार्ले में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. मनोज कुमार के कुछ फैमिली मेंबर विदेश में रहते हैं इसलिए परिवार ने अंतिम संस्कार शनिवार को करने का फैसला किया था. जानकारी ये भी थी कि मनोज कुमार की पत्नी की भी तबीयत ठीक नहीं है. अब एक्टर के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू हो गई है. मनोज कुमार का पार्थिव शरीर कोकीलाबेन अस्पताल से उनके जुहू स्थित घर ले जाया गया है. चाहनेवालों के लिए मनोज कुमार के अंतिम दर्शन के लिए एक्टर की बड़ी तस्वीर के साथ एक गाड़ी को भी सजाया जा रहा है. साथ ही मनोज कुमार को राजकीय सम्मान भी दिया जाएगा. इसकी तैयारी भी हो रही है.
कौन थे मनोज कुमार?
मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई 1937 में पाकिस्तान में हुआ था. उनका असली नाम हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी था. मनोज कुमार एबटाबाद (अब पाकिस्तान) में पैदा हुए थे. भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के वक्त उनका परिवार दिल्ली आ गया था. बचपन से वो सिनेमा के दीवाने थे. फिल्में देखना उन्हें अच्छा लगता था. उन्होंने दिलीप कुमार की फिल्म 'शबनम' में उनके किरदार मनोज कुमार के नाम पर अपना स्टेज नेम रख लिया था. एक्टर ने 1957 में फिल्म 'फैशन' से एक्टिंग डेब्यू किया था.
1965 उनके करियर के लिए बड़ा गेमचेंजर था. इसी साल आई फिल्म 'शहीद' ने उनके करियर को माइलेज दी. बस इसके बाद उन्होंने कभी मुड़कर पीछे नहीं देखा. रोल चाहे कैसा भी हो, वो उसमें पूरी तरह ढल जाते थे. मनोज कुमार की फिल्में ही हिट नहीं हुईं, बल्कि इसके गाने भी लोगों की जुबां पर चढ़े. उनकी फिल्म 'उपकार' का गाना 'मेरे देश की धरती' आज भी लोगों को याद है. इसी फिल्म के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. मनोज कुमार को भारत कुमार के नाम से भी जाना जाता था. उन्होंने अपने करियर में कई देशभक्ति फिल्मों में काम किया. 'उपकार', 'सहारा', 'चांद', 'हनीमून', 'पूरब और पश्चिम', 'नसीब', 'मेरी आवाज सुनो', 'नील कमल', 'पत्थर के सनम', 'पिया मिलन की आस' जैसी फिल्मों में उनके काम को खूब सराहा गया था. वो नेशनल अवॉर्ड के अलावा पद्म श्री और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित भी किए गए थे.

तमिल इंडस्ट्री से आने वाले एटली ने अपनी पिछली फिल्म 'जवान' बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के साथ बनाई. अब उन्होंने नई फिल्म में तेलुगू सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को लिया है. इतना बड़े प्रोजेक्ट के लिए एटली ने अपनी तमिल इंडस्ट्री से किसी स्टार को क्यों नहीं लिया? इसका जवाब उनकी इंडस्ट्री में चल रहा क्राइसिस है.