बुजुर्गों का साथ युवाओं का हाथ, अंबिका चौधरी जैसे पुराने नेताओं की घर वापसी में जुटे अखिलेश
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उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर रहने के बाद अखिलेश को इस बात का एहसास है कि युवाओं के जोश के साथ-साथ यूपी की तपती हुई सियासी राह पर पुराने बरगद की छांव कितनी जरूरी है. यही वजह है कि अखिलेश 2022 के चुनाव से पहले अपने पिता मुलायम सिंह यादव के दौर के नेताओं की घर वापसी करने में जुटे हैं, ताकि 'नई सपा में बुजुर्ग नेता जोश' भर सकें?
उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव हरसंभव कोशिश में जुटे हैं. 'नई हवा है, नई सपा है' और 'बुजुर्गों का हाथ, युवाओं के साथ' का नारा दिया है, जिससे जाहिर है कि अखिलेश को इस बात का अहसास है कि युवाओं के जोश के साथ-साथ यूपी की तपती हुई चुनौती भरी सियासी राह पर पुराने बरगद की छांव कितनी जरूरी है. यही वजह है कि अखिलेश 2022 के चुनाव से पहले अपने पिता मुलायम सिंह यादव के दौर के नेताओं की घर वापसी करने में जुटें हैं, ताकि 'नई सपा में बुजुर्ग नेता हवा' भर सकें?महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.