बस्तर में शिक्षा का बुरा हाल, M.Sc गणित में सभी छात्र हो गए फेल, 0% रहा पास प्रतिशत
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कोरोनाकाल के बाद हुई ऑफलाइन परीक्षा में विद्यार्थियों को मिली असफलता को लेकर चिंतन मनन का सिलसिला चल रहा है. इस बीच बस्तर के शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय में एमएससी गणित के पूर्व एवं अंतिम के परिणाम चौकाने वाले आए हैं. एमएससी प्रीवियस मैथ्स में कुल 34 विद्यार्थी शामिल हुए थे, जिनमें 33 फेल हो गए.
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर की कक्षाओं के बहुत ही खराब परीक्षा परिणाम के बाद अब एमएससी गणित के पूर्व एवं अंतिम के परिणाम चौकाने वाले आए हैं. एमएससी प्रीवियस मैथ्स में कुल 34 विद्यार्थी शामिल हुए थे, जिनमें 33 फेल हो गए और एक का परिणाम रोका गया. वहीं, फाइनल में 42 विद्यार्थी शामिल हुए थे, जिनमें सभी फेल हो गए हैं.
गौरतलब है कि कोरोनाकाल के बाद हुई ऑफलाइन परीक्षा में विद्यार्थियों को मिली असफलता को लेकर चिंतन मनन का सिलसिला चल रहा है. स्नातक के लगभग सभी कक्षाओं के परिणाम अत्यंत ही निराशाजनक रहा है. इस वर्ष स्नातक कक्षाओं का परिणाम बेहद निराशाजनक रहा है, लेकिन स्नातकोत्तर कक्षाओं के परिणाम भी विचारणीय हैं.
76 में से 75 फेल, एक छात्र का रिजल्ट रोका विवि द्वारा इसी हफ्ते जारी कुछ परीक्षा परिणामों में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला परिणाम एमएससी गणित का रहा. जिसमें प्रीवियस और फाइनल मिलाकर 76 विद्यार्थी परीक्षा में उपस्थित हुए थे, जिनमें से एक भी न तो पास हो सका और न ही सप्लीमेंट्री जैसी कोई स्थिति बनी. 76 में से 75 विद्यार्थी फेल हो गए और एक विद्यार्थी का परीक्षा परिणाम रोक दिया गया है. वहीं, स्नातकोत्तर के अन्य कक्षाओं के जारी परिणाम भी संतोषजनक नहीं रहा जबकि कुछ कक्षाओं में अधिकतम 89 प्रतिशत तक विद्यार्थियों ने सफलता हासिल की है.
बीएससी से बेहतर बीए का परिणाम आमतौर पर विज्ञान विषय के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ठ आता रहा है, लेकिन इस बार बीएससी से काफी हद तक बीए का परिणाम बेहतर रहा. शुक्रवार को बीए प्रथम एवं बीएससी प्रथम के परीक्षा परिणाम भी घोषित किए गए, जिसमें बीएससी भाग एक का परिणाम 18.64 प्रतिशत और बीए भाग एक का परिणाम 30.25 प्रतिशत रहा. इससे पहले जारी स्नातक के अन्य परिणाम भी काफी निराशाजनक रहा है. छात्र संगठन लगातार खराब परिणाम को लेकर विवि प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
स्नातकोत्तर के परिणाम ऐसे रहे एमए फायनल हिंदी 62.08%, एमए फायनल संस्कृत 69.96%, एमए प्रीवियस अर्थशास्त्र 45.53%, एमए फायनल अर्थशास्त्र 84.27%, एमए प्रीवियस हिस्ट्री 52.72%, एमए फायनल हिस्ट्री 89.95%, एमए प्रीवियस राजनीति शास्त्र 54.76%, एमए फायनल राजनीति शास्त्र 70.54%, एमए प्रीवियस समाज शास्त्र 82.71%, एमए फायनल समाज शास्त्र 87.70%, एमकॉम प्रीवियस 43.38%, एमकॉम फाइनल 44.92%, एमएससी प्रीवियस मैथ्स 00%, एमएससी फाइनल मैथ्स 00% पास प्रतिशत रहा.
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