पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी ने किया बस पर हमला... 4 की मौत, 32 घायल
AajTak
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक यात्री बस पर बम से हमला कर दिया, इस हमले में 4 लोगों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए. तुर्बत शहर के न्यू बहमन इलाके में ये विस्फोट तब हुआ जब कराची से तुर्बत जा रही बस के पास एक आईईडी विस्फोट हुआ.
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक यात्री बस पर बम से हमला कर दिया, इस हमले में 4 लोगों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए. तुर्बत शहर के न्यू बहमन इलाके में ये विस्फोट तब हुआ जब कराची से तुर्बत जा रही बस के पास एक आईईडी विस्फोट हुआ.
पीटीआई के मुताबिक एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 4 शवों और 32 घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है, उन्होंने कहा कि विस्फोट की जांच की जा रही है, लेकिन एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारी एसएसपी जोहैब मोहसिन अपने परिवार के साथ इस बस में थे और हो सकता है कि वे ही निशाना बने हों. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और उनका परिवार बस में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे.
बलूचिस्तान प्रांत के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने हमले की निंदा की है, उन्होंने कहा कि जो लोग निर्दोष लोगों को निशाना बनाते हैं, वे इंसान कहलाने के लायक नहीं हैं. इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी नामक एक अलगाववादी समूह ने ली है, लेकिन हताहतों की संख्या अधिक बताई है.
बलूचिस्तान, पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, लेकिन सबसे कम आबादी वाला प्रांत भी है. ये देश के जातीय बलूच अल्पसंख्यकों का केंद्र भी है, जिनके सदस्यों का कहना है कि उन्हें सरकार द्वारा भेदभाव का सामना करना पड़ता है. बलूचिस्तान लंबे समय से चल रहे उग्रवाद का केंद्र है, जहां कई अलगाववादी समूह हमले करते रहते हैं, जिनमें से ज़्यादातर हमले स्वतंत्रता को लेकर सुरक्षा बलों पर किए गए हैं, यहां से अन्य उग्रवादी समूह भी सक्रिय हैं.
Tibet Earthquake: भारत, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. सिक्किम समेत पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. नेपाल की राजधानी काठमांडू में तेज झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सड़कों और खुले स्थानों की ओर भाग गए.
ट्रूडो का इस्तीफा लिबरल पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती है, जिसे अब अक्टूबर 2025 के लिए निर्धारित अगले संघीय चुनाव से पहले नेतृत्व परिवर्तन से गुजरना होगा. ट्रूडो ने बताया कि उन्होंने अपनी लिबरल पार्टी के अध्यक्ष से नए नेता के चयन की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है. अगले नेता के चुनाव तक वह कार्यवाहक पीएम बने रहेंगे.
पिछले साल अगस्त में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद अवामी लीग सरकार गिर गई थी और पूर्व पीएम शेख हसीना भागकर भारत आ गई थीं. ट्रिब्यूनल ने अब तक उनके खिलाफ तीन मामले दर्ज किए हैं. आईसीटी के एक अधिकारी ने कहा, 'ट्रिब्यूनल के चेयरमैन जस्टिस मोहम्मद गुलाम मुर्तुजा मोजुमदार ने अभियोजन पक्ष की याचिका पर सुनवाई के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया.'