पहली बार नहीं उठ रहे NTA की साख पर सवाल, NEET ही नहीं JEE-CUET में भी रहा खराब रिकॉर्ड
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NEET पर बवाल पहली बार नहीं है, साल दर साल देश की बड़ी परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर लीक के आरोप लगते रहे हैं. NTA ने विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता वाले विशेषज्ञों की एक टीम बनाई है. लेकिन इस बात को भी झुठलाया नहीं जा सकता कि परीक्षाओं में अनियमितताओं को लेकर एनटीए पर कई बार सवाल उठ चुके हैं.
जो वक्त छात्रों को अपना करियर संवारने की तैयारी में लगाना चाहिए वो उस समय परीक्षा में अनियमितताओं को शिकार हो रहे हैं. छात्रों और पेरेंट्स के परेशानियों का अंदाजा भी लगा पाना मुश्किल है. सवाल लगभग 24 लाख स्टूडेंट्स का है, जिनमें से बड़ी संख्या उन स्टूडेंट्स की है जो आने वाले समय में देश के बड़े हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज करेंगे. अगर नीट पेपर लीक या गड़बड़ी की वजह से अयोग्य स्टूडेंट्स डॉक्टर बन जाते हैं तो उसका क्या-क्या और कितने बड़े पैमाने पर नुकसान होगा? पहली बार अंडरग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम यानी NEET की परीक्षा में 67 टॉपर्स घोषित करके नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अपनी साख पर सवाल खड़े कर लिए हैं. हालांकि यह पहली बार नहीं है.
साल 2017 में, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने उच्च शिक्षा में प्रवेश परीक्षाओं के लिए एक एकल, स्वतंत्र, स्वायत्त निकाय स्थापित करने की घोषणा की. 1 मार्च 2018 को, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) को औपचारिक रूप से स्थापित किया गया. इस एजेंसी का उद्देश्य विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों में स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षाएं (NEET, JEE Main, JEE Advanced आदि) आयोजित करना है. साथ ही परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी, कुशल और निष्पक्ष बनाना भी है.
NTA ने JEE Main, JEE Advanced, NEET, NET, JNUEE, CMAT आदि सहित कई महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं को सफलतापूर्वक आयोजित किया है. एजेंसी ने ऑनलाइन आवेदन, परीक्षा आयोजन और परिणाम घोषणा प्रक्रिया में सुधार के लिए कई पहल की हैं. NTA ने विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता वाले विशेषज्ञों की एक टीम बनाई है. लेकिन इस बात को भी झुठलाया नहीं जा सकता कि परीक्षाओं में अनियमितताओं को लेकर एनटीए पर कई बार सवाल उठ चुके हैं.
पिछले कुछ वर्षों में, एनटीए (राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी) द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में अनियमितताओं और गड़बड़ियों की कई रिपोर्टें सामने आई हैं. इनमें से कुछ प्रमुख घटनाएं इस तरह हैं-
JEE Mains 2019 जॉइंट एंट्रेंस एंट्रेंस एग्जाम (JEE Mains) परीक्षा के दौरान सर्वर में खराबी के कारण कई छात्रों को परीक्षा देने में परेशानी हुई थी. इसके अलावा कुछ केंद्रों पर प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाओं के वितरण में देरी हुई.
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