नामीबिया: जनसंहार के लिए जर्मनी को हर्जाना देने के लिये मजबूर करने वाले नेता का कोरोना से निधन
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रुकोरो को 2014 में ओवाहेरेरो का ‘पैरामाउंट चीफ’ निर्वाचित किया था और वह अंतरराष्ट्रीय न्यायिक मामलों में दोनों समुदायों का प्रतिनिधित्व करते थे.
विंडहीक: नामीबिया में किए गए जनसंहार के लिए जर्मनी को हर्जाना देने के वास्ते मजबूर करने वाले जाने माने नेता वेकुई रुकोरो का कोविड-19 से निधन हो गया. रुकोरो, ओवाहेरेरो लोगों के सर्वोच्च नेता थे और उन्होंने जर्मनी द्वारा किए गए अत्याचार के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कानूनी लड़ाईयां लड़ी थीं. ओवाहेरेरो/ओवामबानडेरु और नामा परिषद के महासचिव मुतजींदे काटजीउआ ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि रुकोरो का शुक्रवार को निधन हो गया. रुकोरो को 2014 में ओवाहेरेरो का ‘पैरामाउंट चीफ’ निर्वाचित किया था और वह अंतरराष्ट्रीय न्यायिक मामलों में दोनों समुदायों का प्रतिनिधित्व करते थे. उन्होंने तथा अन्य पारंपरिक नेताओं ने जर्मनी का मुआवजे का प्रस्ताव स्वीकार किया था लेकिन कहा था इसे और बातचीत के जरिये बढ़ाया जाना चाहिए.इजरायल और हमास के बीच सीजफायर पर सहमति बनी है. रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों पक्ष युद्धविराम और बंधक समझौते को फाइनल कर चुके हैं. शुक्रवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर लिखा, वार्ता दल ने पीएम को बताया कि बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर सहमति बन गई है. इस बारे में बंधकों के परिवार को जानकारी दे दी गई है.
ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को इजरायल और हमास के बीच 'बहु प्रतीक्षित' युद्धविराम समझौते का स्वागत किया. हालांकि दोनों पक्ष अनिश्चितताओं से भरे इस समझौते को अंतिम रूप देने में लगे हैं, जिसमें फलस्तीनी कैदियों के बदले इजरायली बंधकों की अदला-बदली और पहले चरण में गाजा से इजरायली सैनिकों की वापसी की शुरुआत शामिल होने की उम्मीद है.
बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने रविवार को विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बैठक के दौरान हाल के सीमा तनाव को लेकर बांग्लादेश की ओर से 'गहरी चिंता' जताई. सरकारी समाचार एजेंसी 'BSS' ने पहले अपनी खबर में बताया था कि वर्मा को विदेश मंत्रालय ने सीमा पर बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए 'तलब' किया था.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने कहा कि स्थिर वैश्विक वृद्धि के बावजूद 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 'थोड़ा कमजोर' रहने की आशंका है. जॉर्जीवा ने कहा कि उन्हें इस साल दुनिया में मुख्य रूप से अमेरिका की व्यापार नीति को लेकर काफी अनिश्चितता नजर आने की संभावना दिख रही है.