दूल्हा-दुल्हन सलामत, शादी में आए 113 मेहमानों की मौत
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Wedding Tragedy: इस शादी में शरीक होने आए कम से कम 113 लोगों की मौत हो गई है. इनके रिश्तेदारों का कहना है कि ये कोई शादी नहीं बल्कि नरक था. उन्होंने अपनी अपनी व्यथा सुनाई है.
ये एक ऐसी शादी थी, जिसने सैकड़ों घरों को उजाड़ दिया. यहां एक भीषण हादसा हो गया, जिसमें कम से कम 113 लोगों की मौत हो गई. हालांकि दूल्हा और दुल्हन सही सलामत हैं. वो 100 अन्य मेहमानों के साथ रसोई के दरवाजे से भागने में सफल रहे. ये शादी इराक में हुई थी. इसमें 130 लोग झुलस भी गए हैं. घटना मंगलवार को उत्तर-पश्चिमी प्रांत निवेवेह के हमदानिया जिले की है.
दुल्हन का नाम हनीन और दूल्हे का रेवान इशो है. पहले ऐसा माना गया था कि इन दोनों की भी मौत हो गई है. लेकिन फिर बाद में पता चला कि ये इरबिल के एक अस्पताल में भर्ती हैं. आग लगने की वजह पटाखों को बताया जा रहा है. उस वक्त दूल्हा और दुल्हन डांस कर रहे थे. घटना का एक वीडियो भी सामने आया. जिसमें हनीन (दुल्हन) काफी डरी हुई दिख रही हैं. आसपास की दीवारें आग से लिपट जाती हैं और छत नीचे गिरने लगती है. इसके बाद ये कपल अपनी जान बचाने के लिए रसोई के दरवाजे की तरफ भागता है.
इस घटना में घायल हुए लोगों को शहर के कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. हमदानिया वो जिला है, जो पहले आईएसआईएस के कब्जे में रह चुका है. लोगों का कहना है कि उन्हें आईएसआईएस ने उतना नुकसान नहीं पहुंचाया था, जितना कि इस आग ने पहुंचा दिया. एक मेहमान मरियम खेदर ने कहा, 'ये कोई शादी नहीं थी. ये नरक था.' मरियम मुर्दाघर के बाहर अपनी बेटी और तीन नाती पोतों के शव मिलने का इंतजार कर रही थीं. जिनमें से एक की उम्र महज 8 महीने है. एक अन्य मेहमान ने कहा, 'मैंने अपनी बेटी, उसके पति और उनके तीन साल के बच्चे को खोया है. सभी जल गए थे. मेरा दिल जल रहा है.'
देश के गृह मंत्रालय का कहना है कि इवेंट हॉल के मालिक समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सरकार ने मामले में तुरंत जांच कर 72 घंटों के भीतर नजीते बताने का ऐलान भी किया है. दूल्हे के पिता का कहना है कि वो ये मानते हैं कि आग लगने के लिए हॉल का मालिक जिम्मेदार है. इस घटना ने पूरे देश को इस कदर झकझोर दिया है कि सरकार ने होटल, स्कूल और अस्पताल जैसी सार्वजनिक जगहों के तत्काल निरीक्षण का आदेश दिया है.
शादी में शामिल होने आए तीन लोगों का कहना है कि हॉल में आग बुझाने की कोई व्यवस्था नहीं थी. केवल कुछ ही इमरजेंसी दरवाजे थे. प्राथमिक जांच में सामने आया कि इमारत में ऐसा बहुत सा सामान था, जो जल्दी आग पकड़ने में सक्षम है. इसी वजह से इसकी छत भी गिर गई. आग से अपनी जान बचाने वाले 34 साल के इमाद योहाना का कहना है, 'हमने आग को धधकते हुए देखा, वो हॉल से बाहर तक आ रही थी. जो आगे तक जाने में सफल रहे वो बच गए, जो नहीं हो पाए वो वहीं फंस गए.'
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