तिरुपति मंदिर को देती थी सिर्फ 320 रुपये किलो में घी, जानें- कैसे लपेटे में आई ये डेयरी कंपनी
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एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड तिरुपति मंदिर में घी की सप्लाई करती थी. विवाद आने के बाद ये कंपनी सवालों के घेरे में आ चुकी है. हालांकि कंपनी ने इसपर सफाई दी है. ये कंपनी 320 रुपये किलो में घी सप्लाई करती थी.
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद और लड्डुओं में मिलावट का मामला बढ़ता ही जा रहा है. एक रिपोर्ट में पता चला था कि तिरुपति मंदिर में जो प्रसाद भक्तों के लिए तैयार किया जाता है, उसमें घी की जगह सूअर की चर्बी, मछली का तेल, बीफ टालो आदि का इस्तेमाल होता था.
विवाद से तुरंत पहले तिरुपति मंदिर के लिए घी की सप्लाई एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड करती थी. विवाद बढ़ने के बाद अब ये कंपनी सवालों के घेरे में है. चंद्रबाबू नायडू ने एक वीडियो में आरोप लगाया है कि तिरुपति के वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद को बनाने में घी के बजाय पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करता है.
ये कंपनी करती थी घी की सप्लाई एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड तिरुपति मंदिर में घी की सप्लाई करती थी. विवाद आने के बाद ये कंपनी सवालों के घेरे में आ चुकी है. हालांकि कंपनी ने इसपर सफाई दी है. तमिलनाडु की एआर डेयरी ने कहा कि उनके प्रोडक्ट के सैंपल को अधिकारियों क्वालिटी के लिए कानूनी रूप से मंजूरी दी है. कंपनी ने कहा कि जब भी सप्लाई की गई, तब उसे रजिस्टर्ड लैब से जांच कराया गया.
कैसे लपेटे में आई ये कंपनी? टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने पीटीआई को बताया कि चेतावनी के बाद भी, एसआर फूड्स के भेजे गए चार घी टैंकर पहली नजर में ही घटिया क्वालिटी के पाए गए थे. राव ने कहा कि TTD के पांच घी सप्लायर हैं, ये सप्लायर प्रीमियर एग्री फूड्स, कृपाराम डेयरी, वैष्णवी, श्री पराग मिल्क और एआर डेयरी हैं. इनकी कीमतें 320 रुपये से लेकर 411 रुपये प्रति किलो तक हैं.
नंदिनी फिर करेगी घी की सप्लाई नंदिनी ब्रांड की घी ने 2013 से 2018 के बीच करीब 4,000 मीट्रिक टन घी की आपूर्ति तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को की थी. 2019 में भी लगभग 1,170 टन घी भेजी गई. इसके बावजूद, 2020 से नंदिनी ने तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद कर दी गई, क्योंकि नंदिनी अन्य प्रतिस्पर्धियों की कम कीमतों से मेल नहीं खा सकी और इस कारण ठेका किसी और को मिल गया था. अब ये विवाद आने के बाद नंदिनी को फिर से घी सप्लाई करने के लिए ऑर्डर दे दिया गया है.
क्वालिटी से समझौता नहीं कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) के अधिकारियों का कहना है कि नंदिनी में उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाता. KMF के एक अधिकारी ने कहा, "नंदिनी में मिलावट या घटिया सामग्री के उपयोग की कोई संभावना नहीं है. हमने स्पष्ट रूप से कहा कि हम अपने उत्पाद सस्ती दरों पर नहीं दे सकते, इसलिए हम उस समय टेंडर में हार गए, लेकिन अब हमें फिर से घी की आपूर्ति का ठेका मिल गया है."