'तालिबान ने कुछ अमेरिकियों को विमान में बनाया है बंधक, नहीं दे रहे उड़ान की इजाजत'
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प्रतिनिधि सभा के सदस्य माइकल मैक्कॉल ने कहा है कि मजार-ए-शरीफ हवाई अड्डे पर छह विमान हैं, जिनमें अमेरिकी नागरिक और अफगान अनुवादक मौजूद हैं.
वाशिंगटन: अमेरिकी संसद की विदेश मामलों की समिति में एक वरिष्ठ रिपब्लिकन सदस्य ने कहा है कि अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिकी सेना (US Army) के निकलने के बाद पीछे छूट गए कुछ अमेरिकी नागरिक हवाई अड्डे पर विमान में बैठे हैं, लेकिन तालिबान (Taliban) विमान को उड़ने की इजाजत नहीं दे रहा है. ये भी पढ़ेंः 'हवाई अड्डे पर एक कर्मचारी ने की पुष्टि' प्रतिनिधि सभा के सदस्य माइकल मैक्कॉल (Michael McCaul) ने कहा है कि मजार-ए-शरीफ हवाई अड्डे पर छह विमान हैं, जिनमें अमेरिकी नागरिक और अफगान अनुवादक मौजूद हैं. मैक्कॉल ने कहा कि अभी तालिबान ने उन्हें बंधक बना कर रखा है. मजार-ए-शरीफ हवाई अड्डे पर एक कर्मचारी ने इसकी पुष्टि की है कि अमेरिका द्वारा चार्टर किए गए कई विमान हवाई अड्डे पर मौजूद हैं. ये भी पढ़ेंःइजरायल और हमास के बीच सीजफायर पर सहमति बनी है. रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों पक्ष युद्धविराम और बंधक समझौते को फाइनल कर चुके हैं. शुक्रवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर लिखा, वार्ता दल ने पीएम को बताया कि बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर सहमति बन गई है. इस बारे में बंधकों के परिवार को जानकारी दे दी गई है.
ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को इजरायल और हमास के बीच 'बहु प्रतीक्षित' युद्धविराम समझौते का स्वागत किया. हालांकि दोनों पक्ष अनिश्चितताओं से भरे इस समझौते को अंतिम रूप देने में लगे हैं, जिसमें फलस्तीनी कैदियों के बदले इजरायली बंधकों की अदला-बदली और पहले चरण में गाजा से इजरायली सैनिकों की वापसी की शुरुआत शामिल होने की उम्मीद है.
बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने रविवार को विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बैठक के दौरान हाल के सीमा तनाव को लेकर बांग्लादेश की ओर से 'गहरी चिंता' जताई. सरकारी समाचार एजेंसी 'BSS' ने पहले अपनी खबर में बताया था कि वर्मा को विदेश मंत्रालय ने सीमा पर बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए 'तलब' किया था.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने कहा कि स्थिर वैश्विक वृद्धि के बावजूद 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 'थोड़ा कमजोर' रहने की आशंका है. जॉर्जीवा ने कहा कि उन्हें इस साल दुनिया में मुख्य रूप से अमेरिका की व्यापार नीति को लेकर काफी अनिश्चितता नजर आने की संभावना दिख रही है.