ट्रैफिक पुलिस की नौकरी छोड़ वकील बना पिता, बेटे को दिलाने निकला न्याय, झकझोर देगी ये कहानी
AajTak
इस शख्स ने अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की नौकरी छोड़ दी. उसने वकालत की. वो बीते दो साल से अपनी पत्नी के साथ मिलकर बेटे को न्याय दिलाने के लिए कोर्ट में केस लड़ रहा है.
एक पिता ने अपनी ट्रैफिक पुलिस की नौकरी छोड़ दी. उन्होंने वकालत करने का फैसला लिया, ताकि बेटे को न्याय दिला सकें. उनके बेटे ने टीचर की डांट से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो की रही है. इस शख्स का नाम झांग डिंगजी है. वो बीते दो साल से अपनी पत्नी वांग बेइली के साथ मिलकर बेटे झांग कुआन को न्याय दिलाने के लिए कोर्ट में केस लड़ रहे हैं. उनका 11 साल का बेटा अपने प्राइमरी स्कूल के सामने मौजूद 24 मंजिला बिल्डिंग से कूद गया था. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, ये घटना 9 नवंबर, 2021 में चीन के यांग्शी प्रांत में हुई थी. बच्चे ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था. उसमें लिखा था, 'मेरी मौत का मेरे माता-पिता, समाज या देश से कोई लेना-देना नहीं है. यह केवल जू से जुड़ी है, जिसने हिंसक उपायों का इस्तेमाल किया है.' जू झांग का टीचर और क्लास का इंचार्ज था. अपने बेटे की मौत की खबर मिलते ही कपल ने स्कूल के सर्विलांस वीडियो की जांच की. उन्हें पता चला कि घटना वाले दिन टीचर ने पूरी क्लास के सामने उनके बेटे को अपमानजनक शब्द कहे थे.
जू यानी टीचर ने झांग पर आरोप लगाया था कि वो झूठ बोल रहा है. क्योंकि वो अपना टेस्ट पेपर नहीं दे रहा था. लेकिन असल में बच्चे को कोई टेस्ट पेपर मिला ही नहीं था. बच्चे की नोटबुक का एक पेज फटा था, इसे लेकर टीचर ने उसकी गरीबी का मजाक उड़ाया. बच्चे के पिता झांग डिंगजी ने कहा कि उनका बेटा काफी परेशान हो गया था. वो क्लास की खिड़की से दिखने वाली बिल्डिंग की ओर निहारने लगा. उन्होंने कहा कि टीचर जू बात बात पर बच्चों से कहता था कि उन्हें स्कूल के सामने मौजूद बिल्डिंग से कूद जाना चाहिए. इस पिता ने सबूत जुटाए, वकील बना और टीचर के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया.
जू को बच्चे की मौत के दो महीने बाद पद से हटा दिया गया था. उसे अगस्त 2023 में पहले मुकदमे में बरी कर दिया गया था, लेकिन तब अदालत वीडियो से जुड़े सबूत नहीं देख पाई थी. क्योंकि वहां इसके लिए उपकरण नहीं थे. फिर बीते साल जू को बच्चे के पिता दोबारा अदालत तक लेकर गए और अब वो फैसला आने का इंतजार कर रहे हैं. अब वो अपने जैसी स्थिति का सामना कर रहे अन्य माता-पिता को भी कानूनी सहायता दे रहे हैं. उनकी लोग काफी तारीफ कर रहे हैं. उनकी पत्नी एक मनोवैज्ञानिक काउंसलर हैं, उन्होंने अपने जैसे करीब 100 परिवारों को मुफ्त सेवाएं प्रदान की हैं. कपल ने कहा, 'हमारे बेटे की मौत के बाद से उसके जैसे अन्य बच्चों की रक्षा करना ही हमारा मिशन बन गया है.'
Redmi A4 5G Price in India: शाओमी ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है, जो ब्रांड का सबसे सस्ता 5G फोन है. कंपनी ने Redmi A4 5G को लॉन्च किया है, दो दमदार फीचर्स के साथ 9 हजार रुपये से कम के बजट में आता है. इसमें 50MP के मेन लेंस वाला डुअल रियर कैमरा और 5160mAh की बैटरी दी गई है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
बीते कुछ सालों में, Artificial Intelligence ने कई sectors को revolutionize कर दिया है, और education field पर भी इसका बड़ा असर हुआ है. AI-powered technologies के development के साथ, हमारे सीखने और सिखाने के तरीके में बड़ा transformation हो रहा है. India में, जहां education system vast और diverse है, AI, students के education पाने के तरीके को नया रूप देने में बड़ा रोल निभा सकता है. आइए जानते हैं कि AI teachers भारत में education system को कैसे बदल सकते हैं, और इस बदलाव का students, teachers और पूरे देश पर क्या असर हो सकता है.
यदि आपका बच्चा पढ़ना-लिखना पसंद नहीं करता है तो ज्योतिषी प्रवीण मिश्र के उपाय का पालन कर इसे दूर कर सकते हैं. भगवान कृष्ण को मिसरी और तुलसी दल का भोग लगाकर प्रतिदिन बच्चे को खिलाएं. बच्चे के पढ़ाई के स्थान पर हरे रंग की चीजें ज्यादा रखें. बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें. घी का दीपक जला कर आरती करें. भगवान गणेश से प्रार्थना करें.